स्ट्रे डॉग्स के लिए ये है प्रशासक का मैनेजमेंट मंत्र, जयपुर मॉडल’ पर काम करेगा चंडीगढ़
प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन अब जयपुर मॉडल पर स्ट्रे डॉग्स मैनेजमेंट पर काम करेगा। बदनौर ने कहा कि कुत्तों और बंदरों से इंसान को कोई खतरा नहीं। इसके लिए मात्र मैनेजमेंट की जरूरत है। बदनौर ने 2005-09 में राजस्थान में सरिस्का में शेरों के संरक्षण को लेकर स्पेशल टास्क फोर्स तैयार किया था। इसी तरह शहर में बढ़ रहे लावारिस कुत्तों के आतंक से निबटने के लिए प्रशासन काम करने की तैयारी में है।
मेयर आशा कुमारी जसवाल व निगम कमिश्नर बी पुरुषार्थ ने शुक्रवार को प्रशासक वीपी सिंह बदनौर से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान मेयर ने प्रशासक को बताया कि जयपुर व देश के अन्य राज्यों से स्ट्रे डॉग्स की समस्या से निबटने के लिए एक्सपर्ट की राय ली जा रही है। डब्लयूएचओ की गाइड लाइंस पर जयपुर ने वर्ष 1994 में एनिमल बर्थ कंट्रोल प्रोग्राम शुरू किया था। चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली एक साथ अब स्ट्रे डॉग्स से निबटने के लिए प्लान तैयार किया जा रहा है।