चंडीगढ़वासियों की जेब पर नगर निगम फिर बोझ डालने जा रहा है। सिटी के 30 और फ्री पार्किंग स्थलों को पेड करने का प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है, जिसे 30 नवंबर को सदन की बैठक में लाया जाएगा। ऐसे में शहरवासियों पर एक बार फिर बोझ बढ़ जाएगा। बता दें कि पार्किंग की बढ़ी कीमतों को कम कराने में नगर निगम पूरी तरह से फेल रहा, जिसके कारण शहरवासियों को पहले ही डबल पार्किंग शुल्क देना पड़ रहा है।
अब 30 और पार्किंगों को पेड कर लोगों की जेब हल्की करने की तैयारी है। नगर निगम सदन की बैठक में मंजूरी मिलने के बाद इन 30 फ्री पार्किंगों को पेड कर दिया जाएगा। हालांकि इस बात की पूरी संभावना है कि बैठक में इस मामले पर विपक्ष जमकर हंगामा करे। फिलहाल शहर में 26 पेड पार्किंग स्थल हैं। इनमें सेक्टर-17 की मल्टी लेवल पार्किंग भी शामिल है।
इन सभी का ठेका निगम द्वारा पिछले साल मई में मुंबई की आर्या टोल इंफ्रा लिमिटेड कंपनी को 14 करोड़ 78 लाख में ऑक्शन कर दिया गया था। इसके बाद से यह कंपनी शहर के पेड पार्किंग के 58 लॉट्स को चला रही है। हाल ही में नगर निगम की ओर से किए गए सर्वे में 73 पार्किंग स्थल सामने आए थे, जिन्हें निगम पेड पार्किंग में कन्वर्ट करने की सोच रहा था। इन्हीं में से 30 और फ्री पार्किंग स्थलों को पेड करने के संबंध में प्रस्ताव तैयार किया गया है।
ये पार्किंग स्थल होंगे पेड
फ्री पार्किंग से पेड होने वाले पार्किंग स्थलों में सेक्टर-7 मध्य मार्ग में मौजूद पांच पार्किंग स्थल, सेक्टर-9 मध्य मार्ग में मौजूद एक पार्किंग स्थल, सेक्टर-17 के 8 पार्किंग स्थल, सेक्टर-20 के 4 पार्किंग स्थल, सेक्टर-22 के 3 पार्किंग स्थल, सेक्टर-26 के 2 पार्किंग स्थल, सेक्टर-34 के 4 पार्किंग स्थल, मनीमाजरा कालका रोड पर मौजूद 3 पार्किंग स्थल शामिल हैं।
एक वर्ष तक दोपहिया वाहनों पांच और चारपहिया वाहनों से 10 रुपये लिए जाएंगे
कांट्रैक्ट फाइनल होने के बाद एक वर्ष तक इन पार्किंग स्थलों पर दोपहिया वाहनों से पांच रुपये का शुल्क वसूला जाएगा। एक वर्ष के बाद घंटे के हिसाब से रेट होंगे। इसमें पहले 4 घंटे के लिए दोपहिया वाहनों से पांच रुपये। 6 घंटे तक की पार्किंग के लिए 10 रुपये और 8 घंटे लिए 15 रुपये जबकि 10 घंटे के लिए 20 रुपये तय किए गए हैं। इसके साथ ही हेलमेट रखने के लिए 2 रुपये और एक दिन का पास बनवाने के लिए 15 रुपये तय किए गए हैं। तीन और चार पहिया वाहनों से एक साल तक 10 रुपये चार्ज किए जाएंगे।
तीन करोड़ तय किया है रेट
इन पार्किंगों से नगर निगम प्रतिवर्ष 3 करोड़ रुपये कमाने की तैयारी में हैं। इन 30 पार्किंग स्थलों का रिजर्व प्राइस 3 करोड़ रुपये प्रति वर्ष का तय किया गया है। प्रतिवर्ष निगम इस प्राइस में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी करेगा और जिस कंपनी को पार्किंग चलाने का कांट्रैक्ट दिया जाएगा, उसे ही यह रकम अदा करनी पड़ेगी।
मेयर और भाजपा पार्षद मनमर्जी पर उतरे : बबला
कांग्रेस पार्षद देवेंद्र सिंह बबला का कहना कि भाजपा पार्षद और मेयर मनमर्जी पर उतर आए हैं। हर चीज पर पैसा एकत्र करने में जुटे हुए हैं और यह पैसा पब्लिक की जेब से निकालने की योजना है। कांग्रेसी पार्षद जनविरोधी इस नीति का विरोध करेंगे।
पेड पार्किंग के विषय में सदन में एजेंडा लाया जा रहा है। इस पर चर्चा के बाद सदन की सहमति के उपरांत ही इसे पास किया जाएगा। ऐसा प्रयास किया जाएगा कि चंडीगढ़ के लोगों पर ज्यादा भार न पड़े। रेट अपने आप नहीं बढ़ेंगे। रेट बढ़ाने से पहले सदन में चर्चा होगी। थर्ड पार्टी वेरिफिकेशन होगा। यह तय किया जाएगा कि पार्किंग स्मार्ट है कि नहीं तभी रेट बढ़ाए जाएंगे। -देवेश मोदगिल, मेयर, नगर निगम चंडीगढ़