साध्वी रेप केस में राम रहीम को सजा होने के 61 दिन बाद बाबा का परिवार डेरा सच्चा सौदा लौट आया। अब एक नया सच सामने आया है, जो वापसी की वजह है।
राम रहीम का पूरा परिवार डेरे में लौट आया है। पिछले दो दिन से सभी सिरसा में है, जो डेरे की देखभाल कर रही विपासना के संपर्क में है। डेरा प्रमुख के पुत्र जसमीत सिंह इंसां ने डेरा प्रबंधन का कामकाज संभालना शुरू कर दिया है। और चेयरमैन विपसना के साथ मिलकर व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा है। राम रहीम को सजा होने के बाद परिवार 26 अगस्त को ही राजस्थान के गांव गुरुसर मोडिया चला गया था। गुरुसर मोडिया डेरा प्रमुख का पैतृक गांव है।
हनीप्रीत की गिरफ्तारी के बाद डेरा प्रमुख के परिवार पर दबाव कम हुआ और हालात सामान्य होने पर 27 अक्तूबर की शाम को शाही परिवार डेरा में लौट आया। अभी तक नए डेरा में श्रद्धालुओं का प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। डेरा के चारों ओर सुरक्षा की कमान पुलिसकर्मी संभाले हुए हैं। चोपटा रोड पर गेट नंबर सात ही खुला होता है जहां पर सेवादार तैनात हैं। पासधारी सेवादारों और पहरेदारों के लिए ही गेट खुलता है या डेरा के समाचार पत्र के कर्मचारी इस गेट से आते जाते हैं।
वहीं पता चला है कि राम रहीम की मां चाहती है कि डेरा सच्चा सौदा का नया प्रमुख राम रहीम के बेटे जसमीत सिंह को बनाया जाए, लेकिन इस रास्ते में बस एक ही अड़चन है, वह है यहां सुनारिया जेल में बंद राम रहीम। वह अभी तक डेरा प्रमुख है और उसे ही अपने उत्तराधिकारी की घोषणा करनी है। इसी के चलते सोमवार को राम रहीम से मिलने जब जसमीत सिंह सुनारिया जेल पहुंचा तो उसे करीब 32 मिनट तक पिता का इंतजार करना पड़ा।
राम रहीम की मां नसीब कौर ने जसमीत की ताजपोशी के लिए राम रहीम को मनाने की कमान खुद संभाली है। वह पुत्र से मिलने कई बार जेल आ चुकी हैं। सोमवार को जसमीत सिंह पिता से मिलने मां हरजोत कौर के साथ अचानक सुनारिया जेल पहुंचा। सूत्रों का कहना है कि बेटे के मिल कर वापस जाने के बाद राम रहीम काफी देर तक गुमसुम रहा। वहीं पता चला है कि यह मुलाकात पूर्व नियोजित नहीं, अचानक थी।
हनीप्रीत भी थी डेरा प्रमुख बनने की दौड़ में
राम रहीम के जेल जाने के बाद यह चर्चा तेजी से चली थी कि उसकी मुंह बोली बेटी हनीप्रीत डेरा प्रमुख बन सकती है। राम रहीम का झुकाव भी उसकी तरफ माना जाता था। अब हनीप्रीत के भी गिरफ्तार हो जाने के बाद जसमीत सिंह को डेरा प्रमुख बनाए जाने की संभावना प्रबल हो गई है। राम रहीम के गुमसुम रहने की वजह ये हो सकती है। डेरा के नियमों के मुताबिक, इसके लिए राम रहीम की अनुमति जरूरी है।