9 महीने की बच्ची के इलाज में आड़े आई गरीबी, मदद के लिए परिवार लगा रहा गुहार
ओवरवेट चाहत के इलाज में गरीबी आड़े आ गई है। चाहत के जीन को जांच के लिए बंगलूरू स्थित लैब में भेजा जाना है। एक जीन की जांच में करीब 70 हजार रुपये का खर्चा आता है। चाहत के साथ उसके चाचा मलकीत के जीन का भी सैंपल भेजा जाएगा। दोनों सैंपल की जांच में करीब डेढ़ से दो लाख का खर्च आना है। चाहत के पिता सूरज ने बताया कि वे केबल का काम करते हैं। 200 रुपये रोजाना की उनकी मजदूरी है।
इतने पैसे में वे अपनी बेटी का इलाज नहीं करा सकते। उन्होंने चंडीगढ़ वासियों से अपील की है कि वे उनकी बेटी के इलाज में मदद करें। यदि कोई निवासी उनकी बेटी के इलाज में मदद करना चाहता है तो सूरज के मोबाइल नंबर 9888084583 पर संपर्क कर सकता है। सूरज ने बताया कि यदि उनके पास रुपये का इंतजाम नहीं होता है तो वे वापस अमृतसर लौट जाएंगे। पीजीआई ने उनके नार्मल टेस्ट किए थे, जिनमें सब कुछ ठीक निकला है। अब इसके एडवांस टेस्ट होने हैं, जिन्हें बंगलूरू स्थित एक लैब में भेजा जाना है।