फिल्म बनाना मेंढक तौलने के काम से कम नहीं है। बड़ी टीम के ढेर सारे लोगों को एक साथ लाना बेहद कठिन काम होता है। ऐसे में करीब दो साल से घोषित टी-सीरीज के संस्थापक गुलशन कुमार की बायोपिक मुगल एक के बाद एक किसी न किसी कारण से आगे खिसकती जा रही है। ताजा मामला फिल्म ठग्स ऑफ हिंदुस्तान के फ्लॉप होने पर आमिर खान का दिल टूटने का है। वह परेशान हैं कि ऐसा कौन सा विषय लाएं कि बॉक्स ऑफिस पर खोई प्रतिष्ठा जल्द से जल्द हासिल कर लें। वह इस उधेड़बुन में हैं और नतीजा यह कि मुगल का काम फिर ठहर गया है।
पिछले हफ्ते आमिर के देश से बाहर जाने की खबरें हैं। चर्चा है कि वह हॉलीवुड की हिट फिल्म फॉरेस्ट गंप (1994) के अधिकार खरीद कर उसे प्रोड्यूस करना चाहते हैं। निर्माताओं से उनकी बात हो रही है और डील फाइनल होने की भी उम्मीद है। इधर, भूषण कुमार भी आयकर विभाग द्वारा उनके दफ्तरों पर मारे गए छापों और पूछताछ में घिरे हुए हैं। पिछले दिनों जब आमिर को मुगल का को-प्रोड्यूसर बताया जा रहा था, तब इसके बनने के आसार दिखने लगे थे पर अब फिर से इस बायोपिक के आगे सरकने के कयास लगने लगे हैं।
मुख्य निर्माता भूषण कुमार समझ नहीं पा रहे है कि कैसे बार-बार पटरी से उतरती गाड़ी को संभालें। मुश्किल यह भी है कि राइटर-डायरेक्टर सुभाष कपूर को पिछले दिनों मीटू मूव्हमेंट में नाम के बाद फिल्म से विदा कर दिया गया। अत: मुगल के सामने दोहरी मुश्किल खड़ी हो गई है। पिछले साल अक्षय कुमार के बायोपिक को ना कहने के बाद कम से कम भूषण के पास निर्देशक तो था। आमिर के बोर्ड पर आने के बाद फिल्म आगे बढ़ती दिखी मगर मीटू आने पर निर्देशक की छुट्टी हो गई।
अब ठग्स के फ्लॉप होने के बाद आमिर भी मुगल से दूर होकर अपनी प्रतिष्ठा लायक फिल्म खोजने में लग गए हैं। उनका ध्यान अपने महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट महाभारत पर भी है, जिसे वह अगले पांच साल में सात कड़ियों में बनाना चाहते हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि वह अब कितना ध्यान मुगल पर दे सकेंगे? मुगल को लेकर यह भी चर्चाएं है कि बड़े सितारे इसमें खास दिलचस्पी नहीं ले रहे। कहा गया कि आमिर ने फिल्म को लेकर रणबीर कपूर से चर्चा की परंतु उन्होंने उत्साह नहीं दिखाया।
इस फिल्म के लिए अक्षय लगभग फाइनल थे लेकिन बाद में किसी वजह से अक्षय ने ये फिल्म छोड़ दी। यह भी खबर आई कि कॉमेडियन-एक्टर कपिल शर्मा को भी आमिर ने फिल्म में लीड रोल के लिए दो बार अप्रोच किया मगर दोनों की मीटिंग ही नहीं हो सकी। अब जबकि मुगल के लिए न तो कोई एक्टर फाइनल है और न डायरेक्टर, तो भूषण कुमार के सामने बड़ी चुनौती है कि फिल्म को किस तरह 2019 में बना कर थियटरों में लाएं। उन्होंने पिछले दिनों फिल्म के सारे फैसले आमिर पर छोड़ दिए थे।
जानकार कह रहे हैं कि भूषण को पिता की बायोपिक बनानी है तो सारे निर्णय अपने हाथों में लेने पड़ेंगे। सबसे पहले डायरेक्टर फाइनल करना होगा, जो फिल्म की जिम्मेदारी कंधों पर ले। नए सिरे से टीम बनाए और किसी प्रतिभाशाली एक्टर को मुगल में लीड रोल निभाने के लिए मना कर लाए।