शहर में दो अलग अलग बैंकों के कस्टमर्स में ए.टी.एम. क्लोनिंग के केसों के बाद दहशत का माहौल है। दोनों बैंकों की ओर से शिकायत मिलने पर स्टेट साईबर क्राईम मामले की जांच में जुट गया है।
पता चला है कि शहर के फेज-5 स्थित एक नामीं रेस्टोरेंट-कम-बार का एक कर्मचारी पुलिस की रडार पर है। इस का कारण यह माना जा रहा है कि बैंक द्वारा साइबर क्राइम को उस रैस्टोरेंट-कम-बार पर आशंका जताई गई है। पता चला है कि रेस्टोरेंट के जिस कर्मचारी पर आशंका जताई गई है, वह कर्मचारी रेस्टोरैंट छोड़ कर फरार हो चुका है।
मोहाली निवासी एक बिजनैसमैन मनीश धवन ने साइबर क्राइम को दी शिकायत में बताया कि उसके एच.डी.एफ.सी. बैंक के अकाऊंट से 1 लाख 40 हजार रुपए निकल चुके हैं। उसने आखिरी बार अपना ए.टी.एम. कार्ड फेज-5 के ए.टी.एम. पर इस्तेमाल किया था। एक अन्य व्यकित अंकित ठाकुर के आई.सी.आई.सी.आई. बैंक वाले अकाऊंट से साढ़े 19 हजार रुपये निकल चुके हैं। उसने अपना ए.टी.एम. अंतिम बार खरड़ में इस्तेमाल किया था।
यह भी पता चला है कि एच.डी.एफ.सी. बैंक की ओर से साईबर क्राईम को लिखित शिकायत में मोहाली के फेज-5 स्थित एक रेस्टोरेंट पर आशंका जताई गई है। बैंक का कहना है कि उस रेस्टोरेंट में अकसर गल्त प्रकार के ए.टी.एम. कार्ड अकसर इस्तेमाल होते रहते हैं। यहां तक कि बैंक ने उस रेस्टोरेंट के एक संदिग्ध कर्मचारी का नाम भी साईबर क्राईम को लिखित रूप में जांच के लिए दिया है।