पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को बालाकोट हवाई हमले के मुद्दे पर कांग्रेस के खिलाफ भाजपा के दुष्प्रचार को पूरी तरह से निरस्त कर दिया और नरेंद्र मोदी सरकार से अपनी पार्टी द्वारा सबूत मांगने के अधिकार का बचाव करते हुए कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
एक साक्षात्कार के दौरान जब कैप्टन से भाजपा द्वारा कांग्रेस को बालाकोट के सबूत मांगने पर राष्ट्र विरोधी कहे जाने के बारे में सवाल किया गया तो कैप्टन ने कहा कि अगर यह हमला सफल होता, जैसा कि मोदी सरकार कह रही है, तो हमारे देश और हम सभी के लिए यह गौरव की बात होती। हम भी देखें कि हमारी सेनाओं ने पाक इमारतों को कैसे तबाह किया और उसके प्रचंड अहंकार को कैसे चूर किया।
कैप्टन ने कहा कि यह पहली बार सबूत नहीं मांगा गया। यहां तक कि 1965 के युद्ध में उन्हें याद है कि सेना का मेजर सीमा के दूसरी ओर मारे गए लोगों के कान काटकर लाता था, जो भारतीय ऑपरेशन के सभी संदेह दूर कर देते थे। कैप्टन ने कहा कि कारगिल ऑपरेशन के फोटोग्राफ भी जारी किए गए थे। उन्होंने कहा कि सरकार से सबूत मांगना किसी भी स्तर पर राष्ट्रविरोधी नहीं है।
कैप्टन ने वायु सेना की कार्रवाई का श्रेय लेने और शहीद सैनिकों के नाम पर वोट मांगने की शर्मनाक कोशिशों को लेकर प्रधानमंत्री की आलोचना करते हुए कहा कि मुझे बहुत गर्व है कि हमारे मिग-21 विमान ने एक पाक एफ-16 को मार गिराया। बालकोट में भी हमारी वायु सेना की सफलता के बारे में जानकर हमें खुशी होगी।