CBI कोर्ट के लिए राम रहीम रवाना, यौन शोषण केस में फैसला आज
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंचकुला कोर्ट के लिए शुक्रवार को डेरा प्रमुख बाबा राम रहीम सड़क मार्ग से रवाना हो गए हैं। उनके साथ 800 गाड़ियों का काफिला भी है। सिरसा से पंचकुला कोर्ट तक की कुल दूरी 250 किमी है। बता दें कि साध्वी यौन शोषण मामले में आज दोपहर तक सीबीआइ कोर्ट का फैसला आयेगा।
सिरसा में कर्फ्यू
फैसला आने से पहले ही पंजाब और हरियाणा सरकार के हाथ-पैर फूल गए हैं। कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए सेना को रिजर्व में रखा गया है। हरियाणा पंजाब में 64 हजार सैनिकों को तैनात किया गया है। हरियाणा के सिरसा में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है। पंचकूला और सिरसा में सेना बुला ली गई है। यहां डेरा समर्थक भी भारी तादाद में पहुंचे हुए हैं। पंजाब और हरियाणा में शुक्रवार को स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे। साथ ही चंडीगढ़ में सभी सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे।
इंटरनेट और मोबाइल डाटा सेवाएं बंद
हरियाणा-पंजाब व चंडीगढ़ में तत्काल प्रभाव से इंटरनेट और मोबाइल डाटा सेवाएं बंद कर दी गई हैैं। पंजाब सरकार ने हरियाणा के अलावा राजस्थान की सीमा भी सील करने के आदेश दिए हैं। केंद्र ने हालात से निपटने के लिए पंजाब को अर्धसैनिक बलों की 10 और कंपनियां दी हैं। हरियाणा में अर्धसैनिक बलोंं की 50 से अधिक कंपनियों ने मोर्चा संभाल लिया है। उत्तर रेलवे ने हरियाणा जाने वाली ट्रेनों में सुरक्षा बढ़ाने के साथ ही कई टे्रनें निरस्त करने का फैसला किया है। गुरुवार को भी कई ट्रेनें नहीं चलाई गईं। शुक्रवार व शनिवार को भी अधिकांश ट्रेनें नहीं चलेंगी।
दोपहर तक आएगा फैसला
पंचकुला में विशेष सीबीआई अदालत डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के खिलाफ यौन शोषण के एक मामले में आज फैसला सुनाएगी। फैसला दोपहर 2.30 बजे के करीब आने की उम्मीद है। गुरमीत राम रहीम सिंह को आज अदालत में पेश होने को कहा गया है। रहीम ने चंडीगढ़ में कहा कि वह अदालत के सामने उपस्थित होंगे और उन्होंने अपने अनुयार्इयों से कहा कि वे शांति बनाए रखें। डेरा प्रमुख के खिलाफ सीबीआई ने 2002 में यौन शोषण का मामला पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के निर्देश पर दर्ज किया था। इससे पहले दो महिला अनुयायियों के कथित यौन शोषण के बारे में पर्चे बांटे गए थे। सिंह पर हरियाणा के सिरसा स्थित डेरा परिसर के भीतर बलात्कार का आरोप है। फैसला आने से एक दिन पहले आम तौर पर शांत रहने वाले पंचकुला में तनाव है, हजारों डेरा समर्थक यहां पहुंच गये हैं।
कानून-व्यवस्था के लिए चुनौतीपूर्ण हालात
पुलिस और प्रशासन को डर है कि इस मामले में अगर फैसला डेरा प्रमुख के खिलाफ आया तो कानून-व्यवस्था के लिये चुनौतीपूर्ण हालात हो सकते हैं। इसे देखते हुये पंजाब और हरियाणा के संवेदनशील इलाकों में 15000 अर्धसैनिक बलों समेत हजारों की संख्या में जवानों को तैनात किया गया है। पंजाब और हरियाणा में डेरा सच्चा सौदा के काफी अनुयायी हैं और इसे देखते हुये दोनों राज्यों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। दोनों राज्यों और उनकी संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में मोबाइल इंटरनेट सेवा पर अगले 72 घंटे तक रोक रहेगी और सोशल मीडिया पर पोस्ट की जाने वाली सामग्री पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है।
पंचकुला के लिए बस और रेल सेवा पर भी रोक
अधिकारियों ने पंचकुला के लिये बस और रेल सेवा भी रोक दी है। रेल विभाग ने पंजाब और हरियाणा जाने वालीं 29 ट्रेनों को आज से चार दिन के लिए रद्द कर दिया है। पंजाब जाने वाली 22 और हरियाणा जाने वाली सात ट्रेनें रद्द की गई हैं। परिचालन की स्थिति में चार दिनों ये ट्रेनें कुल 74 चक्कर लगातीं। डेरा प्रमुख के प्रशंसक पंचकुला, चंडीगढ़ और आस-पास के क्षेत्रों में इकट्ठा हो रहे हैं। पंचकुला, सिरसा, हिसार और कई दूसरे स्थानों पर सुरक्षा बलों द्वारा फ्लैग मार्च निकाला गया और कई अस्पतालों को सुरक्षात्मक उपायों के मद्देनजर हाई अलर्ट पर रखा गया है।
हाई कोर्ट ने हरियाणा डीजीपी को फटकारा
इससे पहले गुरुवार को हाई कोर्ट ने हरियाणा और पंजाब के एडवोकेट जनरल तथा पुलिस अधिकारियों से पूछा है कि धारा 144 लागू होने के बाद भी लाखों की भीड़ क्यों एकत्र हुई। कहा कि राज्य में जमा हो रहे लोगों को तुरंत उनके घर वापस भेजा जाए। साथ ही अधिक फोर्स तैनात करने के निर्देश दिए। कोर्ट ने सख्त लहजे में कहा कि हरियाणा के डीजीपी मामले से निपटने में पूरी तरह फेल साबित हो रहे हैं। हाई कोर्ट उन्हें डिसमिस करने का आदेश जारी कर सकता है।
पेशी की जानकारी ट्विटर पर दी
डेरा प्रमुख ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि वे कोर्ट में पेश होंगे। उन्होंने डेरा अनुयायियों से शांति और संयम बनाए रखने की अपील की। कोर्ट में पेशी उनकी अपनी जिम्मेदारी है, लेकिन सरकार उन्हें हवाई मार्ग के जरिए यहां लाने में मदद कर सकती है। पंचकूला में सीबीआइ की विशेष अदालत दोपहर करीब 2.30 बजे फैसला सुना सकते हैैं।
गुमनाम पत्र के माध्यम से एक साध्वी ने डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह राम रहीम पर यौन शोषण सहित कई अन्य संगीन आरोप लगाए थे। यह पत्र तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को लिखा गया था। साथ ही इसकी प्रति पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट को भेजी गई थी। पत्र में आरोप लगाए गए थे कि पीडि़ता पंजाब की रहने वाली है और सिरसा के डेरा सच्चा सौदा में 5 साल से एक साध्वी के रूप में रह रही है। आरोप लगाया गया कि साध्वियों का शोषण किया जा रहा है। अपनी आपबीती भी बताई गई थी, जिसमें डेरामुखी गुरमीत राम रहीम पर यौन शोषण के आरोप लगे थे। घटना 1999 की है और पत्र 2001 में लिखा गया। प्राथमिकी 2002 में दर्ज की गई। तब उच्च न्यायालय ने पत्र का संज्ञान लेते हुए सितंबर 2002 को मामले की सीबीआइ जांच के आदेश दिए थे। सीबीआइ ने जांच में उक्त तथ्यों को सही पाया और डेरा प्रमुख के खिलाफ विशेष अदालत के समक्ष 31 जुलाई 2007 में आरोप पत्र दाखिल कर दिया।
हमने सदा कानून का सम्मान किया है। हालांकि हमारी कमर में दर्द है, फिर भी कानून की पालना करते हुए हम कोर्ट जरूर जाएंगे। सभी शांति बनाए रखें। हमें भगवान पर दृढ़ भरोसा है -संत गुरमीत राम रहीम सिंह, डेरा प्रमुख।