आने वाले चार महीनों के दौरान पूरे शहर की स्ट्रीट लाइट्स के इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार लगभग साढ़े पांच करोड़ रुपए नगर निगम द्वारा स्ट्रीट लाइट्स पर खर्च किए जाएंगे। खास बात यह है कि स्ट्रीट लाइट्स पर अब दक्षिणी सैक्टर्स पर अधिक फोकस रखा गया है। इसका कारण है कि नगर निगम के पास स्ट्रीट लाइट्स से संबंधित सबसे अधिक शिकायतें दक्षिणी सैक्टर्स से ही आती हैं।
गौरतलब है कि पूरे शहर में लगभग 50,000 स्ट्रीट लाइट्स हैं। जिनमें से काफी स्ट्रीट लाइट्स नगर निगम के हिस्से में आती है। निगम ने एक सर्वे करवाकर यह जानकारी हासिल की थी कि एल.ई.डी. लाइट्स लगवाकर लगभग 50 प्रतिशत तक बिजली के बिल में कमी लाई जा सकती है। यही वजह है कि एल.ई.डी. लाइट्स से ही पुरानी लाइट्स रिप्लेस की जाएंगी।
हर साल निगम की ओर से दावा किया जाता है कि स्ट्रीट लाइट्स के इंफ्रास्ट्रक्चर को दुरुस्त करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन अभी तक इसका कोई स्थाई हल नहीं निकल पाया। यही वजह है कि अब निगम की ओर से स्ट्रीट लाइट्स के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। अधिकारियों का दावा है कि आने वाले चार महीनों के दौरान सभी खराब स्ट्रीट लाइट्स को रिप्लेस कर दिया जाएगा।
विकास मार्ग में लगेंगी एल.ई.डी. लाइट्स :
स्लो व्हीकल्स के लिए बनाई इनर रोड्स में भी खराब स्ट्रीट लाइट्स रिप्लेस होंगी। निगम ने विकास मार्ग की स्लो कैरिएज रोड के लिए लगभग 1.75 करोड़ रुपए का बजट एस्टीमेट तैयार किया है। निगम की सर्वे रिपोर्ट में भी यह बात सामने आई थी कि इस रोड में एल.ई.डी. लाइट्स को लगाना चाहिए