पुलवामा हमले के 13 दिन बाद इंडियन एयरफोर्स द्वारा आतंकियों पर की गई कार्रवाई के बाद चंडीगढ़ एयरबेस सहित उत्तर भारत के महत्वपूर्ण इलाकों को अलर्ट पर रखा गया है। एयर कमोडोर एस. श्रीनिवासन ने कहा कि चंडीगढ़ एयरफोर्स स्टेशन हाई अलर्ट पर है। यहां पर फ्यूल समेत सारी तैयारियां की गई हैं। उन्होंने कहा कि हम पूरी तरह से सावधानी बरत रहे हैं। हर तरह के प्रीकॉशन लिए जा रहे हैं। एयर डिफैंस व ग्राऊंड डिफैंस को लेकर अलर्ट जारी है। भारतीय हमले के बाद पंजाब ,चंडीगढ़ समेत सीमावर्ती क्षेत्रों के एयरबेसों को अलर्ट पर रखा गया है।
हवाई सुरक्षा भी कड़ी की
एयरफोर्स स्टेशन की सुरक्षा बढ़ाने के साथ मुस्तैदी के निर्देश दिए गए हैं। एयरफोर्स स्टेशन की हवाई सुरक्षा भी कड़ी की गई है। वहीं संदिग्धों पर भी पैनी नजर रखी जा रही है। एयरफोर्स स्टेशनों के बाहर आर्मी इंटैलीजैंस को भी अलर्ट कर दिया गया है। आज की कार्रवाई के बाद चंडीगढ़ एयरफोर्स हवाई अड्डे से औसत से ज्यादा फौजी विमानों जिनमें आई.एल 76 गजराज व हैलीकॉप्टर्स की उड़ाने अधिक रही। वहीं मोहाली के इंटरनैशनल एयरपोर्ट और जीरकपुर के आसपास स्थित मिलिट्री व एयरफोर्स के बेस कैंप की सिक्योरिटी बढ़ा दी गई है।
झुग्गियों को हटाकर एरिया किया समतल
चंडीगढ़ एयरफोर्स बाऊंडरी से 100 मीटर तक सैनिक व नागरिक सुरक्षा के मद्देनजर निर्माण पर रोक के बावजूद बाऊंडरी के नजदीक पिछले 10 वर्षों में बेरोकटोक निर्माण किए गए हैं। जगतपुरा में तो हाईकोर्ट की डायरैक्शन के बाद 100 मीटर के अंदर आती झुग्गियों को हटाकर पूरा एरिया समतल कर दिया गया था और इसकी सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी, लेकिन जीरकपुर के पभात क्षेत्र के नजदीक नए बन रहे अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का एक तो रनवे कम लंबा है, ऊपर से जीरकपुर में चारों ओर बहुमंजिला इमारतें बनती जा रही हैं। इससे फ्लाइट के टेकऑफ और लैंडिंग के दौरान हादसों की आशंका बढ़ती जा रही है।
उसी को निर्माण की अनुमति जिसके पास एयरपोर्ट अथॉरिटी की एन.ओ.सी.
जीरकपुर नगर काऊंसिल के कार्यकारी अधिकारी गिरीश वर्मा ने कहा कि काऊंसिल उसी भवन को बनाने की अनुमति दे रही है, जिनके पास एयरपोर्ट अथॉरिटी की एन.ओ.सी. है। मानकों का उल्लंघन करने वाले बिल्डर व भवन मालिक पर नगर काऊंसिल लगातार कार्रवाई करती आ रही है। वहीं पभात के ग्रामीण क्षेत्र के लाल डोरे में बन रही ऊंची इमारतों के बारे में दबी जुबान में नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि पार्षद स्तर से अनुमति लेकर लोग निर्माण करा रहे हैं।