चंडीगढ़ में इंटरनैशनल एयरपोर्ट बनाएंगे और लोगों को अपने मकान का मालिकाना हक दिलाएंगे : राहुल
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को चंडीगढ़ के सैक्टर-38 में रैली की। उन्होंने कहा कि जैसे चंडीगढ़ शहर प्लाङ्क्षनग के तहत बनाया गया, उसी तरह गरीबों को सहायता देने के लिए न्याय योजना बनाई गई है। राहुल ने कहा कि चिदम्बरम आदि से सलाह कर यह योजना बनाई गई है और अगले पांच वर्षों में करीब 5 करोड़ लोगों के खातों में 3.60 लाख रुपए जाएंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें पता चला है कि नरेंद्र मोदी नहीं चाहते कि चंडीगढ़ में इंटरनैशनल एयरपोर्ट बने। हमारी सरकार आने पर चंडीगढ़ को अंतर्राष्ट्रीय हब बनाने के लिए सबसे पहले इंटरनैशनल एयरपोर्ट बनाया जाएगा। वह चाहते हैं कि भविष्य में बनने वाले मोबाइल और दूसरी चीजों पर मेड इन इंडिया के साथ मेड इन एट चंडीगढ़ भी लिखा हो। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ में लोगों का अपने मकान का मालिकाना हक नहीं है। हम यह हक देंगे
वहीं रैली के दौरान बंसल ने कहा कि 2014 में नरेंद्र मोदी ने चांद तोड़ कर लाने जैसे सपने दिखाए थे लेकिन पांच साल में उन्होंने कोई काम नहीं किया। ऐसे में मोदी समाज को तोडऩे वाली बात कर रहे हैं। पंजाब के नेता जगमोहन कंग, मनिंद्र ढिल्लों, मोहाली से विधायक और मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू भी मंच पर थे।
चौकीदार चोर है के नारे लगवाए :
अदालत से चौकीदार चोर है पर माफी मांगने का बाद राहुल ने लोगों से चौकीदार चोर के नारे तो लगवाए लेकिन साथ ही स्पष्टीकरण भी दे गए कि यह नारा उनका नहीं है। राहुल ने कहा कि उन्होंने तो झारखंड में एक चुनावी सभा में यह नारा सुना था।
आज फर्क इतना था कि वह स्वयं तो केवल चौकीदार बोल रहे थे व पंडाल में बैठे हजारों लोग -चोर है- कह रहे थे। इस नारे को मिल रहे लोगों के रिस्पांस को देखते हुए राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने कई मंचों से यह नारा लगवाया है लेकिन चंडीगढ़ में सबसे ऊंची आवाज आई है।
पित्रोदा के बयान के विरोध में लगाए कांग्रेस विरोधी नारे, हिरासत में लिया :
रैली के दौरान 84 सिख दंगा पीड़ित के एक सिख ने कांग्रेस विरोधी नारे लगाए। मौके पर ही पुलिस ने उसे हिरासत में लिया।
उधर, कांग्रेस पार्टी के नेता सैम पित्रोदा के 84 के सिख दंगों पर दिए विवादित बयान पर शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी चंडीगढ़ के कार्यकर्ताओं के साथ प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन ने सैक्टर 36 में राहुल गांधी के काफिले के गुजरने पर विरोध प्रदर्शन किया और उन्हें तख्तियां दिखाई।