नो बॉल की शिकायत पर अंपायर से भिड़े कप्तान धोनी, अब सजा भुगतने के लिए रहें तैयार
कप्तान एमएस धोनी (58) और अंबाती रायुडू (57) की शानदार अर्धशतकीय पारियों की बदौलत चेन्नई ने गुरुवार को जीत का ‘छक्का’ लगाया। वहीं इस मुकाबले में अंपयरों से बीच मैदान बहस करने के चलते धोनी को कड़ी सजा मिली। अंपायर के निर्णय का विरोध करने के चलते धोनी को उनकी मैच का फीस का 50 प्रतिशत हिस्सा जुर्माने के तौर पर देना होगा।
धोनी के इस रवैये को इंडियन टी-20 लीग के कोड ऑफ कंडक्ट के खिलाफ माना गया है। उन्होंने लेवल 2 के अपराध 2.20 का उल्लंघन किया है, जिसके चलते उन पर जुर्माना लगाया गया है। धोनी ने अपना अपराध कबूल भी कर लिया है।
फैंस को बता दें कि यह घटना घटी मैच के आखिरी ओवर की है जब बेन स्टोक्स की एक बीमर को पहले अंपायर ने नो बॉल दिया, लेकिन बाद में उन्होंने अपना फैसला बदलते हुए इस जायज गेंद करार दे डाला।
यह फैसला लेने वाले अंपायर उल्हास गांधे थे। इसके बाद जडेजा अंपायर से बात करने लगे और एमएस धोनी अपने डगआउट से मैदान में घुस आए। उन्होंने दोनों अंपायरों से बहस भी की। लेकिन अंपायर अपने फैसले पर कायम रहे और चेन्नई को नो बॉल नहीं मिली।
इसके बावजूद चेन्नई सुपर किंग्स को जीत हासिल हुई। चेन्नई सुपरकिंग्स को ये रोमांचक जीत मिचेल सैंटनर की बदौलत मिली। आखिरी गेंद पर चेन्नई को तीन रनों की जरूरत थी लेकिन बेन स्टोक्स की गेंद पर सैंटनर ने छक्का लगा दिया।