आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस को लेकर एक जानकारी सामने आई है, जो हर किसी को पता होनी चाहिए। यह बदलाव जल्दी ही हो जाएगा। पंजाब के जालंधर में स्थित लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में आयोजित 106वीं भारतीय साइंस कांग्रेस में यह जानकारी दी गई।
साइंस कांग्रेस में हिस्सा लेने पहुंचे केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हम जल्दी ही ड्राइविंग लाइसेंस को आधार से लिंक करने के लिए कानून लेकर आएंगे। अभी क्या होता है, दुर्घटना के बाद दोषी भाग जाता है और डुप्लीकेट लाइसेंस बनवा लेता है।
लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। आधार कार्ड से ड्राइविंग लाइसेंस के लिंक होने से आारोपी जल्दी ही पकड़ा जाएगा। हम कानून में जल्द एक और बड़ा बदलाव करने वाले हैं जो बिल संसद में लंबित है। इसके अप्रूव होते ही मोटर वाहन लाइसेंस के साथ आधार को लिंक करना अनिवार्य कर दिया जाएगा।
समुद्र मंथन की तरह है रिसर्च, इसके बिना प्रगति अधूरी
जो देश साइंस और टेक्नोलॉजी में प्रगति करता है, वही अन्य देशों से उत्कृष्ट होता है। समुद्र मंथन की तरह लगातार रिसर्च वर्क के समय किए गए प्रयास बेशक कठिन लगते हैं, लेकिन इसका फल हमेशा मीठा होता है। भारत जैसे शीर्ष देश को सभी नवीनताओं का उत्पादक होना चाहिए। यह विचार केंद्रीय मानव संसाधन व विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में आयोजित दो दिवसीय वुमन साइंस कांग्रेस के समापन समारोह में व्यक्त किए।
उन्होंने महिलाओं को स्थिरता, करुणा, साहस व दृढ़ विश्वास का प्रतीक बताया। उन्हें साइंस व टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सदैव आगे रहने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि रिसर्च कार्यों के बिना किसी भी राष्ट्र की प्रगति अधूरी ही रहती है। स्मार्ट इंडिया के बारे में उन्होंने सभी संस्थानों से कहा कि वह अपने-अपने कैंपस में इनोवेशन काउंसिल और क्लब खोलें जहां विद्यार्थी सीखें, रिसर्च करें और विकसित होकर अग्रणी बनें।
विश्व में साइंस, टेक्नोलॉजी और कम्युनिकेशन पर आधारित सभी नवीन उत्पादों के रचयिता भारतीय वैज्ञानिक व इंजीनियर हैं लेकिन मालिक नहीं हैं। रचयिता बनने की बजाय सभी भारतीयों को नवीनताओं का उत्पादक व मालिक बनना चाहिए, तभी देश उल्लेखनीय प्रगति कर सकता है। जावड़ेकर ने एलपीयू के इंजीनियरिंग विद्यार्थियों की ओर से बनाई गई ड्राइवर लैस मल्टीसीटर सोलर बस को लांच किया, इसकी सवारी भी की और प्रशंसा भी की।