विजीलैंस टीम ने खुद को हैल्थ डिपार्टमैंट का कर्मी बताकर हलवाई से 3 हजार रुपए रिश्वत लेते एक युवक को काबू किया है। आरोपी की पहचान जसप्रीत सिंह निवासी पड़ौल के रूप में हुई है। जनता कालोनी मार्ग पर हलवाई की दुकान करने वाले सुभाष सिंह ने विजीलैंस को इस बारे शिकायत दी थी।
उन्होंने बताया कि खुद को हैल्थ कर्मी बताने वाले जसप्रीत ने उनसे 6 हजार की डिमांड की थी और कहा था कि सिविल सर्जन आफिस से कोई भी उसकी दुकान पर सैंपल लेने नहीं आएगा। इसके बाद तीन हजार रुपए में सैटलमैंट हुई थी। विजीलैंस की टीम ने इंस्पैक्टर इंद्रपाल सिंह की अगुवाई में यह कार्रवाई की। विजीलैंस ने आरोपी से 2 हजार रुपए का एक और पांच-पांच सौ के 2 नोट पकड़े हैं।
फर्जी कर्मचारी से परेशान दुकानदारों ने करप्शन कंट्रोल आर्गेनाईजेशन के ट्राईसिटी चैयरमैन रमेश गर्ग को शिकायत दी थी। रमेश गर्ग ने इसकी जानकारी नैशनल चेयरमैन आकाश चौहान को दी। चौहान ने इस बारे रमेश गर्ग, जिला प्रधान मोहाली केशव शर्मा, महासचिव मनोज कुमार, लीगल एडवाइजर अशोक धीमान से जानकारी हासिल की और विजीलैंस को शिकायत दी गई। इसके बाद विजीलैंस टीम ने ट्रैप लगाया और शुक्रवार सुबह करीब 12 बजे आरोपी को रिश्वत लेते दबोच लिया। आरोपी के साथ उसका दोस्त भी था पर उसे छोड़ दिया गया। जबकि उसका बाइक जब्त कर लिया गया। विजीलैंस टीम में परमजीत सिंह, तजिंद्र सिंह व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
मिठाई को लिफाफे में रखता और कहता- ले लिया सैंपल
फर्जी हैल्थ कर्मी मिठाई की दुकानों पर जाता और वहां से मिठाई उठाकर लिफाफे में रख लेता और दुकानदारों को कहता कि सैंपल ले लिया है और अब कार्रवाई के लिए तैयार रहो। दुकानदार सहम जाता और वह पैसे मांगने लग जाता, करप्शन कंट्रोल आर्गेनाईजेशन ने बताया कि इस तरह उसने कई दुकानदारों से पैसे ऐंठे हैं।
गाड़ी में आता था और जमाता था रौब
यह भी पता चला है कि आरोपी दुकानदारों के पास गाड़ी में आता और पहले अपने किसी को दुकानदार के पास भेजता था कि साहब मिठाई का सैंपल लेने आए हैं। इसके बाद वह हाथ में फाइलें उठाकर दुकान पर पहुंच जाता था, ताकि किसी को शक न हो।