सैक्टर-42 की लेक की पार्किंग में बनेगा पहला इलैक्ट्रिक व्हीकल्स चार्जिंग स्टेशन
शहर में इलैक्ट्रिक व्हीकल्स को प्रोमोट करने के लिए पहला चार्जिंग स्टेशन सैक्टर-42 की लेक की पार्किंग में बनाया जा रहा है। अधिकारियों का दावा है कि जुलाई तक यह चार्जिंग स्टेशन वर्किंग कंडीशन में होगा, जहां व्हीकल्स चार्ज होंगे वहां शेड लगाया गया है। इस शैड के नीचे व्हीकल्स को चार्ज करने के लिए प्वाइंट्स लगाए जाएंगे। चार्जिंग स्टेशन की कैपेसिटी 90 किलोवॉट पीक की रखी गई है। प्रशासन पहले चार्जिंग स्टेशन के लिए तैयारियां तो जोर-शोर से कर रहा है, लेकिन अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि एक बार व्हीकल चार्ज करने के लिए लोगों को कितनी राशि चुकानी होगी?
इससे पहले व्हीकल्स को फ्री में चार्ज करने के प्रोपोजल को भी अधिकारियों ने सिरे से खारिज कर दिया है। दरअसल कुछ विभागों की राय थी कि व्हीकल्स फ्री में चार्ज करने की सुविधा देने से इलैक्ट्रिक व्हीकल्स को प्रोमोट करने में मदद मिलेगी। वहीं, दूसरी ओर यू.टी. के इलैक्ट्रिसिटी डिपार्टमैंट ने जो प्रोपोजल ज्वाइंट इलैक्ट्रिसिटी रेगुलेट्री कमीशन (जे.ई.आर.सी.) के पास भेजा था उस पर अभी तक कोई फैसला नहीं हो पाया है।
सोलर एनर्जी से चार्ज होंगे व्हीकल्स
इलैक्ट्रिक व्हीकल्स चार्जिंग स्टेशन की छत पर चंडीगढ़ रिन्यूअबल एनर्जी एंड साइंस एंड टैक्नोलॉजी प्रोमोशन सोसाइटी (क्रेस्ट) की ओर से सोलर प्लांट लगाया जाएगा। इस प्लांट के जरिए ही चार्जिंग स्टेशन के लिए जरूरी इलैक्ट्रिसिटी जुटाई जाएगी। सूत्रों की मानें तो इसके बाद शहर में कुछ अन्य जगहों पर भी इसी तरह के चार्जिंग स्टेशन खोले जाएंगे।
पॉल्यूशन लैवल कम करने का प्रयास
इस प्रोजैक्ट के जरिए प्रशासन का फोकस शहर के एयर पॉल्यूशन लैवल को कंट्रोल में रखने पर है। पिछले तीन वर्षों से शहर का पॉल्यूशन लैवल सर्दियों में वेरी पुअर कैटेगरी तक पहुंच रहा है, जिसकी मुख्य वजह शहर में चल रहे व्हीकल्स को माना जा रहा है। पैट्रोल और डीजल से चलने वाले व्हीकल्स की संख्या को कम करने के लिए ही अब जगह-जगह चार्जिंग स्टेशन लगाए जा रहे हैं।