वर्तमान रणजी सत्र में दिल्ली की टीम के लिए अब तक याद रखने लायक कुछ नहीं है, लेकिन गुरुवार को फिरोजशाह कोटला में यह नवोदित टीम आंध्र प्रदेश के खिलाफ अपने हीरो को यादगार विदाई देने के लिए अलग जज्बे के साथ उतरेगी।
युवा टीम की पूरी कोशिश रहेगी कि गौतम गंभीर के अंतिम मुकाबले को यादगार बनाने की कोशिश की जाए। गंभीर ने भी टीम के युवा क्रिकेटरों के साथ अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया। उन्होंने नेट पर बल्लेबाजी भी की तो टीम के साथ क्षेत्ररक्षण का भी अभ्यास किया।
यही नहीं गंभीर कोटला के ड्रेसिंग रूम में भी काफी देर तक रहे। यहां और मैदान में उन्होंने टीम के साथियों से लंबी बात की। खराब दौर से गुजर रही टीम के लिए गंभीर भी अंतिम मैच में कुछ अच्छा करने के लिए तत्पर दिखे। उन्होंने नेट पर उसी अंदाज में बल्लेबाजी की जैसी वह भारतीय टीम में शामिल होने के दौरान किया करते थे।
इस सत्र में गंभीर ने दिल्ली के लिए 44, 49, 1 और 60 रनों की पारियां खेली हैं। दिल्ली को भी गंभीर की शतकीय पारी की सख्त जरूरत है। अगर ऐसा हुआ तो गंभीर भी अंतिम मैच को अपने यादगार बना डालेंगे।
दिल्ली के अब तक तीन मुकाबलों में महज चार अंक हैं। पिछले मुकाबले में उसे पंजाब के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा। ऊपर से टीम की कप्तान नितीश राणा और मध्यम गति के गेंदबाज नवदीप सैनी आंध्र प्रदेश के खिलाफ मैच में उपलब्ध नहीं रहेंगी। दोनों क्रिकेटर एमिजंग टीम के साथ श्रीलंका के दौरे पर हैं।
नतीजन टीम की कप्तानी ध्रुव शौरी को सौंपी गई है। शौरी ने साफ किया कि पूरी टीम जानती है कि गौतम गंभीर का यह अंतिम मैच है। यही कारण है कि टीम इस मुकाबले में कुछ कर गुजरने की इच्छुक है जिससे उनकी विदाई को यादगार बनाया जा सके।
टीम की भरसक कोशिश रहेगी कि गंभीर के अंतिम मैच में टीम अच्छा प्रदर्शन करे। दिल्ली के लिए उनके दूसरे मुख्य पेसर कुलवंत खजरोलिया भी उपलब्ध नहीं रहेंगे। वह भी चोटिल हैं।