चार युवकों ने सरेआम युवती से की छेड़छाड़, उठा ले जाने की कोशिश, पुलिस का रवैया भी शर्मनाक
बाइक और एक्टिवा सवार चार युवकों ने एक युवती से सरेराह छेड़छाड़ कर डाली। यहां तक कि उनमें से दो बेखौफ मनचलों ने युवती को उठाकर ले जाने की कोशिश भी की। मामला पंचकूला का है। सेक्टर-10,11 के चौक के समीप वीरवार की शाम करीब 4 बजे युवकों ने युवती को बाइक पर बैठाने का प्रयास किया। युवती आरोपियों का विरोध करती रही, लेकिन उनमें कानून का कोई डर नजर नहीं आया। घटनास्थल के समीप से पंचकूला निवासी युवती कार में सवार होकर जा रही थीं। वे युवकों को बीच सड़क युवती से छेड़छाड़ और उसे अगवा करने का प्रयास करता देख रुक गईं।
उसी दौरान शोर सुनकर कुछ अन्य राहगीर भी मौके पर जुट गए। युवती ने युवकों से पूछा कि वे युवती से छेड़छाड़ और उसे तंग क्यों कर रहे हैं। यह सुनते ही बाइक सवार युवक तेज रफ्तार में फरार हो गया। इसके बाद युवती ने मौके पर मौजूद अन्य तीन युवकों से पूछताछ की। लेकिन मुसीबत में पड़ने का पता लगते ही तीनों युवक भी एक्टिवा से फरार हो गए। मौके पर युवती का चेहरा लाल पड़ा था। युवती से बातचीत की तो उसने बताया कि फरार हुए युवक उसके मोहल्ले के ही रहने वाले हैं। उसने वारदात की सूचना पहले इमरजेंसी नंबर-112 पर देनी चाही।
लेकिन संपर्क नहीं होने पर उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम नंबर-100 पर फोन कर युवकों द्वारा युवती से छेड़छाड़ और उसे अगवा करने के प्रयास की सूचना दी। काफी देर बाद तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। युवती ने फिर से पुलिस कंट्रोल रूम पर फोन किया। हैरत की बात यह है कि पीसीआर कर्मियों ने युवती से कहा कि वे स्वयं ही उसको थाने ले जाएं। युवती ने कहा कि पुलिस के उदासीन रवैए से स्पष्ट होता है कि पंचकूला पुलिस महिला सुरक्षा के प्रति बिल्कुल गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि मनचले युवती को नुकसान पहुंचाने में कामयाब हो जाते तो पुलिस कार्रवाई का मतलब भी क्या रह जाता।
थाना पुलिस ने लौटाए प्रत्यक्षदर्शी, देर रात तक जांच का हवाला
युवती सहित और कुछ अन्य प्रत्यक्षदर्शी लोग सेक्टर-5 के महिला पुलिस थाने पहुंचे। शोभा ने बताया कि पुलिस शुरुआत से ही मामले में टाल मटोल करने लगी। उन्होंने बताया कि थाने के प्रभारी अजीत सिंह ने उन्हें बाहर बैठा दिया, जबकि वे प्रत्यक्षदर्शी थीं। पुलिस ने युवती से अकेले में पूछताछ की।
युवती ने इसका विरोध भी किया तो पुलिस ने उन्हें कहा कि वह युवती की पारिवारिक सदस्य नहीं है। इसके बाद थाना पुलिस देर रात तक मामले की जांच का हवाला देने में जुटी रही। लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों के मौके पर गवाह बनने के बावजूद आरोपी युवकों पर कार्रवाई के संबंध में थाना प्रभारी अजीत सिंह ने केवल जांच जारी होने की बात कही।