गर्ल्स हॉस्टल 24 घंटे खोलने समेत अन्य मांगों को लेकर पंजाब विश्वविद्यालय की छात्राओं ने गुरुवार देर रात वाइस चांसलर राज कुमार के आवास पर हल्ला बोल दिया। स्टूडेंट्स ने तीन सुरक्षा घेरे तोड़ डाले लेकिन चौथे और आखिरी घेरे पर पुलिस स्टूडेंट्स के सामने खड़ी हो गई और अंदर घुसने नहीं दिया। इस दौरान पुलिस और स्टूडेंट्स में जमकर बहस और धक्का-मुक्की भी हुई।
इससे पहले छात्राओं ने हॉस्टल नंबर एक और दो के बाहर बैरियर और गेट की चेन भी तोड़ दी। इसके बाद दोनों हॉस्टल के गेट तोड़ने की कोशिश भी की, जिस पर सुरक्षाकर्मियों को गेट खोलने पड़े। इसके बाद हॉस्टल के हर कमरे का दरवाजा खटखटाकर सभी लड़कियों को प्रदर्शनकारी छात्राएं बाहर ले आईं। फिर वीसी आवास की ओर कूच कर दिया।
वे वीसी आवास के सामने धरने पर बैठ गईं। इस दौरान डीएसडब्ल्यू ईमैनुअल नाहर भी मौके पर पहुंचे। छात्राओं ने उनसे मांगे मानने की शर्त पर धरना खत्म करने की बात कही। इस पर उन्होंने सोमवार तक का समय मांगा लेकिन छात्राओं ने मना कर दिया। बाद में स्टूडेंट्स वीसी दफ्तर के सामने से उठकर गर्ल्स हास्टल नंबर 3 के बाहर धरना देने लगे।
छात्राओं के दो गुट भिड़े, गर्ल्स हॉस्टल के बाहर तोड़फोड़
पीयू के अधिकांश छात्र संगठन गुरुवार को एक मंच पर आ गए। गर्ल्स हॉस्टल तीन के बाहर एकत्रित हुए और आंदोलन रणनीति बनाते हुए हॉस्टल नंबर पांच में पहुंचे और जबरन गेट खुलवाया। यहां गेट का कुंडा भी तोड़ डाला। यहां सभी लड़कियों के कमरों में जाकर छात्राओं को कारवां में शामिल किया। इसके बाद गर्ल्स हॉस्टल नंबर सात पर धावा बोला और यहां से भी गेट खुलाकर छात्राओं को साथ लिया और नारे लगाते हुए छात्र-छात्राएं हॉस्टल नंबर एक पहुंचे।
यहां एमए की छात्रा गीता व लक्की ने छात्राओं के प्रोटेस्ट का विरोध किया तो हंगामा तेज हो गया। छात्राओं के दोनों गुट भिड़ गए। छात्राओं का उग्र प्रदर्शन देख हॉस्टल नंबर एक का गेट बंद कर दिया गया। यहां छात्राओं ने हाथ व पैर गेट पर मारे तो दरवाजे में दरार आ गई। यहां लगी चेन को भी तोड़ दिया। मामला ज्यादा बिगड़ने लगा तो पुलिस को बुला लिया गया। इसके बाद विद्यार्थी हॉस्टल नंबर दो की ओर बढ़े। यहां भी छात्राओं के दो गुटों में खींचतान शुरू हो गई। इस दौरान वहां रखे गमले भी टूट गए। पुलिस ने यहां भी पहुंचकर मामला शांत कराया। हालांकि अभी भी प्रदर्शन जारी है।