जालंधर के मकसूदां थाने में हैंड ग्रेनेड फेंककर सेंट सोल्जर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग के दो कश्मीरी छात्रों ने हमला किया था, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं इस मामले में आरोपी दो कश्मीरी आतंकी फरार हैं और उनकी तलाश में छापामारी की जा रही है। पुलिस के मुताबिक दोनों छात्र कश्मीरी आतंकवादी संगठन अंसार गजवा तुल हिंद के सदस्य हैं।
कमिश्नर पुलिस गुरप्रीत सिंह भुल्लर, डीसीपी गुरमीत सिंह और काउंटर इंटेलिजेंस के एआईजी हरकंवलप्रीत सिंह खख ने सोमवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि अंसार गजवा तुल हिंद पंजाब में पैर पसार रहा है। इसके चीफ जाकिर मूसा के भाई समेत कई लोग पहले गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि 14 सितंबर की शाम को मकसूदां थाने में हुए बम धमाकों के पीछे इसी आतंकवादी संगठन का हाथ है। इसके बाद पंजाब पुलिस ने टीम का गठन कर 3 नवंबर को फैजल बाशिर (23) को अवंतीपुरा और शाहिद क्यूम (22) को रविवार को जालंधर से गिरफ्तार किया। कमिश्नर भुल्लर के मुताबिक रफूफ और गाजी को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
सीआरपीएफ और आईटीबीपी कैंप थे निशाना
कमिश्नर भुल्लर के मुताबिक दोनों ने पूछताछ में बताया कि आतंकवादी संगठन अंसार गजवा तुल हिंद कश्मीर में अपना नेटवर्क तैयार कर रहा था। इस दौरान शाहिद क्यूम और फैजल संगठन के संपर्क में आ गए। संगठन ज्वाइन करने के बाद दोनों जालंधर आ गए और यहां से सोशल मीडिया के जरिए अपने आका के संपर्क में रहे। संगठन ने जालंधर स्थित सीआरपीएफ कैंप और आईटीबीपी को निशाना बनाने की योजना बनाई थी लेकिन वहां सीसीटीवी कैमरे होने की वजह से ऐसा नहीं कर पाए।
मदद के लिए फ्लाइट से चंडीगढ़ एयरपोर्ट पहुंचे थे दो आतंकी
दोनों ने पूछताछ में बताया कि इसके बाद मकसूदां थाने में धमाकों की योजना तैयार की गई। इसके बाद आरोपियों की मदद के लिए श्रीनगर से दो आतंकी मीर रफूफ और मीर उमर रमजान उर्फ गाजी 13 सितंबर को इंडिगो फ्लाइट से चंडीगढ़ एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से दोनों बस में जालंधर बस स्टैंड आए और शाहिद व फैजल के पास पहुंचे। शाहिद और फैजल ने दोनों आतंकवादियों को अपने दोस्तों के पास ठहराया।
13 सितंबर को आतंकवादियों ने मकसूदां थाने की पूरी रैकी की और धमाकों की योजना तैयार की। 14 सितंबर को चारों शाम को मकसूदां थाने के समीप पहुंचे। सभी के पास एक-एक हैंड ग्रेनेड था। चारों मास्क लगाकर पैदल ही मकसूदां थाना तक पहुंचे। शाम 7.40 पर चारों ने हैंड ग्रेनेड थाने के भीतर फेंक दिए और दो टीम बनाकर वहां से अलग-अलग आटो में बैठकर बस स्टैंड चले गए। बस स्टैंड से रफूफ और गाजी जेएंडके बस में निकल गए।