अपना प्रिय सिंगर और पंजाब की शान गुरदास मान जब सामने हों तो यह डिमांड स्वाभाविक है। जैसे ही गुरदास मान ने एक झटके में म्यूजिशियन से कहा छल्ला तो आडियंस की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। अब बारी थी गुरदास मान की ढपली पर थिरकती उंगलियों और एकदम मगन कर देने वाली आवाज की। गीत शुरू हुआ हो जावो नी कोई मोड़ लियावो..नी मेरे नाल गेया अज्ज…हो अल्ला करे जे आ जावे सोहणा…देवां जान कदमां विच धर के…हो छल्ला बेरी ओये…वे वतन माही दा डोरे ए….वी गल सुण छलिया छोरा…। जैसे जैसे गुरदास मान गाते जा रहे थे ऑडियंस की तालियों के स्वर तेज होते चले जा रहे थे।
मौका था चंडीगढ़ के टैगोर थिएटर में रानी ब्रेस्ट कैंसर ट्रस्ट द्वारा आयोजित ए रे ऑफ होप कंसर्ट का। इसमें गुरदास मान ने ऐसा रंग जमाया कि ऑडियंस मस्त हो गई। गुरदास मान ने प्रभु सुमिरन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने एक ओंकार को सिमरिए…गणपति श्री गणेश, भगवती संग पूजिए और सरस्वती स्वर दीजिए वंदना के साथ किया। गुरदास मान ने जैसे ही मिट्टी सुनाया तो सभी को आनंद आ गया।
उन्होंने यहां….हो मैं मिट्टी मेरी जात वे मिट्टी, ते मेरे गल मिट्ी दा भाना..गाया। इसके बाद उन्होंने कई हिट नंबर सुनाए। रानी ब्रेस्ट कैंसर ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी बिट्टू सफीना संधू इस कार्यक्रम के मौके पर एकदम भावुक हो गईं। उन्होंने अपने संबोधन में ब्रेस्ट कैंसर से महिलाओं को जागरूक करने और इसके लिए जागरूकता फैलाने को कहा। इस मौके पर उनके साथ कुछ बच्चे भी थे। जो ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूक करने संबंधी बैनर लिए थीं। इस मौके पर गुरदास मान ने लोगों के साथ बातचीत भी की और उनसे उनकी गाने की डिमांड भी पूछी। इस कार्यक्रम में पंजाब और हरियाणा के अधिकारी भी पहुंचे थे।