शिक्षा विभाग के जे.बी.टी. और टी.जी.टी. भर्ती घोटाले में हुई सभी नियुक्तियां रद्द हो सकती हैं। ऐसी आशंका विभाग के अधिकारी जता रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से भर्ती में हुई गड़बडिय़ां सामने आ रही हैं उससे तो लग रहा है कि भर्तियां रद्द हो सकती हैं और नए सिरे से पेपर कराया जा सकता है। पेपर दोबारा होता है तो उन सभी उम्मीदवारों को दोबारा मौका दिया जाएगा जिन्होंने इन पोस्टों के लिए फार्म भरा था।
इसके अलावा दूसरा या नया कोई उम्मीदवार न तो फार्म भर पाएगा और न ही भर्ती प्रक्रिया में बैठ सकेगा। जो पहली भर्ती के दौरान चुने गए थे, अगर दोबारा चुने जाते हैं तो उनकी सीनियोरिटी मैंटेन रखी जाएगी। बुधवार को इस बाबत एजुकेशन सैक्रेटरी बी.एल. शर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग पारदर्शी तरीके से भर्तियां करने को वचनबद्ध है, लिहाजा सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।
2014 में हुई थी भर्ती :
बता दें कि वर्ष 2014 में यू.टी. के शिक्षा विभाग ने करीब 1140 जे.बी.टी. और टी.जी.टी. की भर्ती की थी। भर्ती प्रक्रिया पूरी कर टीचरों को ज्वाइन करा लिया गया था। इस दौरान यह बात सामने आई कि भर्ती के दौरान बड़े स्तर पर धांधली हुई है और जो प्रश्नपत्र टैस्ट के दौरान दिया गया था वह लाखों रुपए में बिका।
पेपर में गड़बड़ी करने वाले मास्टरमाइंड की तलाश शुरू हुई तो वह यू.पी. और बिहार के बार्डर के पास का निकला, जिसने आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को बड़ी कीमत पर प्रश्न पत्र बेचे। फिलहाल, आरोपियों पर कोर्ट में केस चल रहा है।
…तो कर लेंगे धर्म परिवर्तन : भाग सिंह
नवनियुक्त शिक्षकों ने ज्वाइंट एक्शन कमेटी के तत्वावधान में सैक्टर-25 स्थित रैली मैदान में रोष प्रदर्शन किया। ज्वाइंट एक्शन कमेटी के प्रधान भाग सिंह कैरों ने कहा कि 850 से अधिक शिक्षक भर्ती रद्द करने की अनुचित सिफारिशों के मद्देनजर अपनी सेवाओं की असुरक्षा और मानसिक तनाव की अवस्था से गुजर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों के खिलाफ कोई भी कदम उठाया गया तो वह धर्म परिवर्तन कर लेंगे। कमेटी के चेयरपर्सन शविन्दर सिंह ने कहा कि भर्ती को रद्द करने की स्थिति में 31 मई को प्रशासक कार्यालय का घेराव करने के लिए कूच किया जाएगा। शिक्षक इच्छा मृत्यु के लिए राष्ट्रपति और पी.एम. को खून से पत्र लिखेंगे।