पंजाब पुलिस के इंटैलीजैंस विंग ने महाराष्ट्र पुलिस के ए.टी.एस. की मदद से पंजाब में खालिस्तानी आतंकियों को हथियार सप्लाई करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी के बाद पंजाब पुलिस ने सोशल मीडिया, हथियार सप्लायर और विदेशी नैटवर्क के एक ताजा मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। इस बार विदेशी फंडिंग व डायरैक्शन के तार साइप्रस में बैठे हैंडलर से जुड़े हैं।
38 एम.एम. पिस्टल तथा कारतूस बरामद
पंजाब पुलिस को सूचना मिली थी कि राज्य में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के मकसद से हथियारों की डिमांड पूरी करने वाला एक सप्लायर फतेहगढ़ साहिब के नजदीक पैकेज देने पहुंच रहा है। इस पर पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान मोहियुद्दीन सिद्दीकी उर्फ मोहिन खान पुत्र मुन्ना खान निवासी दिल्ली को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से सप्लाई किए जाने वाला पैकेज बरामद किया, जिसमें 38 एम.एम. पिस्टल और उसके कारतूस शामिल हैं।
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि मोहिन खान सोशल मीडिया के जरिए हरपाल सिंह के संपर्क में आया था, जिसने ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ नामक फेसबुक अकाऊंट बनाया हुआ है। शुरूआती बातचीत के बाद हरपाल सिंह ने ही उसकी जान-पहचान साइप्रस में रह रहे गुरजीत सिंह निज्जर से करवाई थी और उसने ही उसे खालिस्तान के लिए होने वाले रैफरैंडम- 2020 के लिए काम करने का लालच दिया। हामी भरने के बाद उसका संपर्क पाकिस्तान में बैठे कई लोगों के साथ करवाया गया जिसके बाद उसको आर्थिक मदद भी दी जाने लगी। खान ने उसी के कहने पर ही पंजाब में हथियार सप्लाई करने शुरू किए। इससे पहले भी वह विभिन्न लोगों को फतेहगढ़ साहिब आकर हथियार सप्लाई कर चुका है। निज्जर के निर्देश पर ही वह बेंगलूर जाकर 3 बार हरपाल सिंह से मिला था।
हथियारों के सप्लायर खान की सूचना पंजाब पुलिस को महाराष्ट्र पुलिस की ए.टी.एस. द्वारा हरपाल सिंह की गिरफ्तारी होने के बाद उससे की गई पूछताछ के खुलासों से मिली। हरपाल सिंह को ए.टी.एस. ने 2 दिसम्बर को पुणे से पिस्तौल और कारतूसों सहित गिरफ्तार किया था। मूलत: रोपड़ का रहने वाला हरपाल सिंह पिछले काफी समय से कर्नाटक में रह रहा था और खालिस्तानी आतंकवादियों के लिए काम कर रहा था। पंजाब पुलिस ने खान की गिरफ्तारी के बाद हरपाल सिंह को भी प्रोडक्शन वारंट पर पंजाब लाने की तैयारी शुरू कर दी है, ताकि उसके अन्य साथियों का भी पता लगाया जा सके