खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (के.एल.एफ.)के मुख्य हरमिंद्र सिंह मिंटू का अंतिम संस्कार आज दोपहर उसके पैतृक गांव डल्ली के श्मशानघाट में कर दिया गया। मिंटू की अंतिम यात्रा में सिख धार्मिक संगठनों/ संस्थानों के प्रतिनिधि भारी संख्या में शामिल हुए। सिख धर्म की परम्परा के अनुसार मिंटू का अंतिम संस्कार किया गया। उसकी अंतिम यात्रा गुरुद्वारा बाबा बद्दोआणा से शुरू होकर श्मशानघाट तक पहुंची। मिंटू की चिता को मुखाग्रि उसके भाई लखविंद्र सिंह ने दी।|
मिंटू की अंतिम यात्रा दौरान ‘खालिस्तान जिंदाबाद’, ‘साडी जिंद-साडी जान-खालिस्तान-खालिस्तान’, ‘मिंटू तेरी सोच ते पहरा देआंगे ठोक के’, ‘मोदी सरकार मुर्दाबाद’, ‘पंजाब सरकार मुर्दाबाद’ के नारे लगाए गए। मिंटू के अंतिम संस्कार के अवसर पर दमदमी टकसाल के प्रमुख बाबा हरनाम सिंह, श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे, जत्थेदार अमरीक सिंह अजनाला व अन्य शामिल थे। मिंटू के निमित्त अंतिम अरदास उसके पैतृक गांव डल्ली में गुरुद्वारा बाबा बद्दोआणा साहिब में 27 अप्रैल को होगी।
घर नहीं ले जाया गया शव हरमिंद्र सिंह मिंटू के शव को पैतृक गांव डल्ली में स्थित उसके घर नहीं ले जाया गया। कल सायं उसका शव यहां पहुंचा था। शव को गुरुद्वारा बाबा बद्दोआणा साहिब में ही रखा गया और यहीं से उसकी अंतिम यात्रा शुरू होकर श्मशानघाट पहुंची।उच्च पुलिस अधिकारी रहे दूर बेशक सुरक्षा प्रबंधों को लेकर भारी पुलिस फोर्स जी.टी. रोड व गांव डल्ली में तैनात थी, लेकिन कोई भी पुलिस उच्चाधिकारी आज यहां नहीं आया। क्षेत्र के डी.एस.पी. व थाना प्रभारी ही मौके पर मौजूद थे।