चंडीगढ़ के सेक्टर 53 की मार्केट में देर रात करीब सवा 10 बजे अचानक भीषण आग लग गई। इसमें 30 दुकानें जलकर खाक हो गई जबकि लाखों रुपये का नुकसान होने की आशंका है। देर रात तक छह फायर टेंडर आग बुझाने में लगे रहे। आग बमुश्किल एक घंटे में काबू में आई। आपदा प्रबंधन की टीम भी मौके पर पहुंची। रेस्क्यू किया लेकिन कोई जनहानि नहीं हुई । मौके पर एसएसपी यूटी नीलांबरी जगदले समेत पूरा पुलिस अमला मौजूद रहा।
दुकानदारों के मुताबिक, रात करीब सवा दस बजे सेक्टर 53 की मार्केट में आरके फर्नीचर की दुकान से आग की लपटें निकलती दिखीं तो हड़कंप मच गया। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और दाईं तरफ की दुकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया। आसपास के लोग आग बुझाने का प्रयास कर रहे थे। सूचना पर सेक्टर 17 व 38 के फायर स्टेशनों से छह फायर टेंडर पहुंचे।
काफी देर तक वह आग बुझाते रहे। एक घंटे बाद आग पर काबू पाया गया लेकिन रात एक बजे तक कुछ दुकानों से धुआं उठता रहा। उसको भी बुझाने में फायर कर्मी जुटे रहे। बताया जाता है कि आग से लगभग 30 दुकानों का माल खाक हुआ है। कुछ सामान को व्यापारियों ने निकालकर रोड पर रखा, लेकिन रात में हो रही बूंदाबांदी में वह भी भीगता रहा। आपदा प्रबंधन की टीम ने भी पहुंचकर पूरे नुकसान का जायजा लिया। जनहानि से इनकार किया लेकिन माल जलने की पुष्टि की।
मोहाली की ओर जाने वाली सड़क पर ट्रैफिक रोका
भीषण अग्निकांड दूर से ही नजर आ रहा था। लोग आग का वीडियो अपने मोबाइल में कैद कर शेयर कर रहे थे। ट्रैफिक की समस्या बढ़ते देख पुलिस ने सेक्टर 53 से मोहाली की ओर से जाने वाले मार्ग को सील कर दिया गया। उस पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। रात एक बजे तक यहां फायर स्टेशन के कर्मचारी आग बुझाते रहे।
आग से दुकानदारों का लाखों का नुकसान
इस भीषण आग में बलबीर एंड संस, रामप्रवेश फर्नीचर हाउस, मनकू मुराली फर्नीचर हाउस, सोनी फर्नीचर, बालाजी फर्नीचर, रॉय फर्नीचर, आरके फर्नीचर, एकता फर्नीचर हाउस, कोहिनूर मैट्रेस, वर्मा ग्लास स्टोर, अमन ट्रेडिंग कंपनी, कबीर आलम फर्नीचर हाउस, सुप्रीम फर्नीचर हाउस समेत अन्य दुकानों में भारी नुकसान हुआ है।
आग लगते ही मार्केट में मचा हड़कंप
सेक्टर 53 की फर्नीचर मार्केट में आग लगते ही हड़कंप मच गया। अपना सामान बचाने के लिए दुकानदार जलती दुकानों में घुस गए और सामान को आग से बचाने की कोशिश में जुट गए। अन्य दुकानदारों ने भी उनकी मदद की लेकिन आग इतनी भीषण थी कि उन्हें वहां से भागकर जान बचानी पड़ी। आसपास के दुकानदारों की सांसें तब तक थमी रहीं जब तक कि फायर ब्रिगेड ने आग बुझा नहीं दी। उन्होंने बताया कि यदि आग समय रहते न बुझती तो उनकी दुकानों को भी चपेट में ले सकती थी।
मदद के बजाय लोग बनाते रहे वीडियो
आग की लपटें सड़क पर दूर से ही दिखाई दे रही थीं। लोग आग बुझाने में मदद करने के बजाय मोबाइल से वीडियो बनाने में जुटे थे। इस कारण सड़क पर जाम भी लग गया। ट्रैफिक पुलिस को जाम खुलवाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।