फेस्टिवल सीजन में मल्टीप्लेक्स संचालक अब खाद्य पदार्थों के मनमाने रेट नहीं वसूल पाएंगे। शिकायत मिलने के बाद डिस्ट्रिक्ट कंज्यूमर प्रोटक्शन काउंसिल ने इन पर नकेल कसने के लिए एक प्लान तैयार किया है। इसके तहत काउंसिल की टीम सभी मल्टीप्लेक्सों की औचक निरीक्षण करेगी। इस दौरान जहां कहीं सामानों की बिक्री में मनमानी मिलेगी, वहां सख्त कार्रवाई की जाएगी।
साथ ही डिप्टी कमिश्नर को एक पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच कराने की मांग की जाएगी। हालांकि प्रशासन अब तक मल्टीप्लेक्सों में खाने-पीने के सामानों की बिक्री भी रेट लिस्ट के आधार पर लागू नहीं करा पाया है। जबकि यह मामला बीते कई महीनों से चल रहा है। बता दें कि शहर में आम दिनों की तुलना में फेस्टिवल सीजन में लोग बड़ी संख्या में परिवार के साथ घूमने और मूवी देखने के लिए जाते हैं।
त्योहार के चलते मल्टीप्लेक्स संचालक अधिक पैसा कमाने से नहीं चूकते। हाल यह है कि मल्टीप्लेक्सों में पहले से ही अधिक रेट में सामान बिक रहा है। ऐसे में त्योहारों के मौसम में सिनेमा मालिक यहां मिलने वाले सामान का दाम और अधिक बढ़ा देते हैं। अपने परिवार के साथ फिल्म देखने गए लोग मजबूरी के चलते अधिक पैसों में सामान लेने को विवश हो जाते हैं।
काउंसिल कमेटी भी आई एक्शन में
इस संदर्भ में जिला कंज्यूमर प्रोटेक्शन काउंसिल के सदस्य अजय जग्गा ने बताया कि इस फेस्टिवल सीजन में सिटी के सभी मल्टीप्लेक्स में खाने-पीने के सामानों की जांच कराई जाएगी। इसके लिए काउंसिल के द्वारा एक कमेटी बनाई जाएगी। उन्होंने बताया कि शिकायत मिली है, त्योहारों के मौसम में सिनेमाहॉलों में अधिक लोगों के जाने के चलते यहां पर बिकने वाले सामान का रेट बढ़ा दिया जाता है। पूरे मामले की जांच के लिए डीसी को भी लिखा जाएगा।
अभी तक नहीं हो सकी कार्रवाई
सिटी के सभी मल्टीप्लेक्स में खाने व पीने का सामान अधिक रेट पर बिकने के मामले में अभी तक कोई फैसला नहीं हो पाया है। इसके लिए डीसी अजीत बाला जोशी ने बीती 26 जुलाई को एक मीटिंग की थी। इसमें मल्टीप्लेक्स से पदाधिकारियों ने भी हिस्सा लिया था। इसमें फूड एंड सप्लाई विभाग की जांच टीम ने रिपोर्ट भी प्रशासन को सबमिट कर दी गई है लेकिन अभी तक प्रशासन इन सिनेमा आनर्स पर कोई कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पाया है।
फेस्टिवल सीजन में सिनेमाघरों में अधिक रेट पर सामानों की बिक्री होने की बात को गंभीरता से लिया गया है। टीम बनाकर जांच कराई जाएगी।-अजीत बाला जोशी, डिप्टी कमिश्नर चंडीगढ़