पंजाब के लगभग हर बड़े जिले में पुलिस की दो सी.आई.ए. की टीमें जो क्राइम पर नकेल कसने का काम कर रही हैं। उसी तर्ज पर मोहाली में भी सी.आई.ए. की टीमों का गठन किया गया है जिसमें उनके अतिरिक्त 5 हैडकांस्टेबल और 4 कांस्टेबल और 2 होमगार्ड के जवान इस टीम में शामिल किए गए हैं।
इस टीम ने 8 मार्च को ही कार्यभार संभाला और अब तक कुल 16 दिनों में यह 8 एफ.आई.आर. दर्ज कर चुके हैं। खरड़ के इंचार्ज इंस्पैक्टर सतवंत सिंह सिद्धू को नियुक्त किया गया है। सी.आई.ए-2 के आने के बाद अब काम बंट गया है और दोनों टीमें तेजी से काम कर रही है, जिसका रिजल्ट भी सामने आ रहा है।
क्राइम को देखते हुए दो हिस्सों में बांटा जिला : एस.एस.पी
मामले में एस.एस.पी. भुल्लर ने फोन पर बताया कि जिले में बढ़ते क्राइम को देखते हुए इसको दो हिस्सों में बांटा गया है। जहां पहले एक ही टीम काम करती थी, जिसमें 45 के करीब टीम मुलाजिम खरड़ में बैठते थे, ऐसे में यदि डेराबस्सी, जीरकपुर, हंडेसरा, लालडू या उस एरिया में कोई क्राइम हो जाता था तो एक ही टीम को तेजी के साथ खरड़ से जाना पड़ता था।
जिस दौरान काफी समय भी लगता था। इसलिए यह जरूरत थी कि एक टीम दूसरे एरिया में होनी चाहिए। क्योंकि इस समय जीरकपुर व डेराबस्सी का काफी एरिया है और यहां पर क्राइम भी सबसे ज्यादा है। इसलिए स्पेशल सी.आई.ए-2 टीम का गठन किया गया इसका चार्ज पटियाला से ट्रांसफर होकर आए सब-इंस्पैक्टर प्रकाश मसीह को दिया गया है। अब सी.आई.ए-1 के अधीन एयरपोर्ट से कुराली, नयागांव, माजरी ब्लॉक तक का एरिया है।
जबकि सी.आई.ए-2 के पास जीरकपुर-डेराबस्सी, हंडेसरा,लालडू और अंबाला तक पडऩे वाला मोहाली जिले का एरिया है। एयरपोर्ट से दूसरे तक का एरिया इसका परिणाम अच्छा आ रहा है। जिससे समाज विरोधी अनसरों को पकडऩे व आवैध वस्तुओं की रिकवरी भी काफी मात्रा में हो रही है