बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर की फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ का ट्रेलर रिलीज होते ही विवादों में आ गया है। बीते दिन फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ था। इस फिल्म को देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह के कार्यकाल पर आधारित बताया जा रहा है। ट्रेलर देखने के बाद यूथ कांग्रेस महाराष्ट्र सहित अन्य कांग्रेसी नेताओं ने फिल्म को लेकर विरोध जताया था। वहीं डॉक्टर मनमोहन सिंह ने ट्रेलर देखने के बाद कुछ बोलने से मना कर दिया है। फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ लेखक और मीडिया सलाहकार संजय बारू की किताब पर आधारित है। वहीं फिल्म को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। कांग्रेस के अन्य नेताओं ने ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ को बीजेपी का एजेंडा बताया है। वहीं बीजेपी फिल्म को सही ठहरा रही है। इस बीच जानते हैं आखिर इस फिल्म को लेकर इतना विवाद क्यों..??
यूपीए की कार्यकाल को लेकर विवाद
पता हो कि डॉक्टर मनमोहन सिंह यूपीए 1 और 2 में प्रधानमंत्री रहे थे। उन्होंने साल 2004 से लेकर 2014 तक देश की कमान संभाली थी। इस दौरान कई विपक्षी पार्टियों ने उन्हें रिमोट कंट्रोल वाला प्रधानमंंत्री भी बताया था। मनमोहन सिंह पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के कहने मुताबिक काम करने के आरोप लगे थे। ऐसे में विपक्षी पार्टियां इस फिल्म को लेकर उत्साहित हैं।
संजय बारू की किताब ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ शुरू से विवादों में रही
फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर संजय बारू की किताब द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर पर आधारित है। खबरों की मानें तो जिस समय संजय बारू ने यह किताब रिलीज की थी उस समय भी उन्हें और उनकी किताब को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था। विपक्षी पार्टियों ने इस किताब को काफी तूल दिया था।
सोनिया गांधी की छवि पर सवाल
फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ का ट्रेलर देखकर कहा जा सकता है कि इसमें सोनिया गांधी की छवि को गलत तरीके से पेश किया गया है, जो कि कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को पसंद नहीं आ रहा है। इसको लेकर भी कांग्रेस परेशान नजर आ रही है। वहीं विपक्षी पार्टियों को आने वाले लोक सभा चुनाव से पहले बड़ा मुद्दा हाथ लग सकता है।
तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने को लेकर विवाद
यूथ कांग्रेस महाराष्ट्र ने विरोध दर्ज करते हुए मांग मेकर्स से मांग की है कि फिल्म को रिलीज से पहले उन्हें दिखाया जाए और तथ्यों को गलत तरीके से दिखाई गईं चीजों को हटाया जाए। बता दें कि यूथ कांग्रेस महाराष्ट्र का आरोप है कि मेकर्स ने फिल्म में तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया है।