कहावत है कि दाल रोटी घर दी, दिवाली अंबरसर दी। हर साल दिवाली पर स्वर्ण मंदिर में श्री दरबार साहब के सरोवर के आसपास चार लाख दीपक जलाए जाते हैं और इस मनमोहक नजारे को देखने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं। इस बार रेल हादसे के मद्देनजर एसजीपीसी ने यह फैसला लिया है कि श्री दरबार साहब में दीपक नहीं जलाए जाएंगे और न ही पटाखे चलाए जाएंगे।
एसजीपीसी के प्रधान गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने बताया कि यह फैसला एसजीपीसी के कार्यकारिणी सदस्य भगवंत सिंह सिआलिका, सदस्य राजिंदर सिंह मेहता, सुरजीत सिंह भिटेवड़ और एसजीपीसी मुख्य सचिव डॉ. रूप सिंह पर आधारित सब कमेटी ने लिया है। 25 अक्तूबर को गुरु पर्व पर नगर कीर्तन पुरातन गेटों के इर्द-गिर्द निर्धारित रूट पर ही निकाला जाएगा। इसके अलावा गायन कीर्तन समागम, राग दरबार, अमृत संचार, जलौह साहिब, 52 कारोबारियों का सम्मान समागम, कथा समागम आदि निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही आयोजित किए जाएंगे।