पंजाब पुलिस में बतौर कमांडो तैनात अपने ही पति की हत्या करने के मामले में दोषी पत्नी समेत चार को जिला अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। सजा के साथ-साथ अदालत ने प्रत्येक दोषी पर 60-60 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है। जिला अदालत ने केस में मृतक की पत्नी रायपुर कलां निवासी दोषी सुखदीप कौर, वारदात को अंजाम देने में उसका साथ शामिल राजपुरा के रहने वाले साहिब सिंह, गुरजिंदर सिंह और जगतार सिंह को सजा सुनाई है। सुखदीप कौर ने किसी अन्य से शादी करने की चाह में पति की हत्या करवाई थी। यही नहीं उसने पति के लापता होने की शिकायत खुद पुलिस को दी थी। मौलीजागरां थाना पुलिस ने वर्ष 2016 में केस दर्ज किया था।
जिसे चाहती थी, उसकी फोटो से ही रोका कर आई थी
पुलिस जांच में खुलासा हुआ था कि सुखदीप कौर मूलरूप से बठिंडा के रहने वाले हरजीत सिंह से प्यार करती थी। हरजीत 4 साल से बेहरीन में रह रहा था। सुखदीप कौर ने उससे अपनी शादी के बारे में न बताते हुए उससे शादी करने का प्रस्ताव रखा था। यही नहीं सुखदीप कौर एक व्यक्ति को अपना भाई बना कर बठिंडा में हरजीत के परिवार से भी मिली थी और उन्होंने हरजीत की फोटो से रोका भी कर दिया था
राह में रोड़ा बने पति की 5 लाख में दी थी सुपारी
अब सुखदीप और हरजीत की सादी के बीच में उसका पति जयवीर आ रहा था, जिसे रास्ते से हटाने के लिए ही सुखदीप ने साहिब से मिलकर उसकी हत्या की योजना बनाई थी और इसके बदले में उसे 5 लाख रुपए देने का वादा किया था। सुखदीप ने शुरू में साहिब को एक लाख रुपए भी दिया था, जिससे उसने आगें गुरजिंदर और जगतार को हायर किया था। योजना के अनुसार सुखदीप ने वारदात के दिन अपने पति जयवीर के खाने में नींद की गोलियां मिला दी थी जिसके बाद वह बेसुध हो गया था। इसके बाद साहिब व उसके साथी सुखदीप के घर पहुंचे थे। सभी ने जयवीर के कपड़े उतारकर उसे कार में डालकर मनौली ले गए और वहां उसे भाखड़ा में फैंक दिया था।
पत्नी ने दी थी पति के लापता होने की शिकायत
सुखदीप कौर ने पुलिस को दी शिकायत में कहा था कि 3 मार्च, 2016 की सुबह उसका पति जयवीर सिंह मोहाली स्थित पंजाब पुलिस के कमांडो काम्पलैक्स में ड्यूटी पर जाने के लिए घर निकला था और शाम तक वह ड्यूटी से घर नहीं लौटा था। उसकी शिकायत पर पुलिस ने उसके पति के लापता होने से संबंधित केस मौलीजागरां थाना में दर्ज किया गया था।
सख्ती की तो कबूला गुनाह
काफी समय तक जयदीप के न मिलने पर पुलिस विभाग ने इस केस की जांच के लिए मौलीजागरां थाना प्रभारी बलदेव सिंह और क्राइम ब्रांच इंस्पैक्टर रंजीत सिंह की एक विशेष टीम का गठन किया था। टीम ने टैक्निकल साक्ष्य जुटाकर सुखदीप कौर से पूछताछ की थी। जांच में सामने आया था कि सुखदीप कौर ने ही राजपुरा के रहने वाले साहिब सिंह व उसके अन्य 2 साथियों के साथ मिलकर अपने पति जयवीर की हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। इसके बाद पुलिस ने हत्या व अन्य बनती धाराओं के तहत केस में सुखदीप कौर को गिरफ्तार किया। इसके बाद पुलिस साहिब सिंह को पटियाला जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई थी। साहिब सिंह से पूछताछ के बाद केस में उसके 2 अन्य साथियों गुरजिंदर सिंह और जगतार सिंह के नाम सामने आए थे जिसके बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया था।