खरड़(रणबीर): सिविल अस्पताल खरड़ में फिर बड़ी लापरवाही सामने आई है। इस बार दो नवजात दाई की गलती के कारण बदल गए। इनमें एक लड़की व दूसरा लड़का है। दोनों परिवार दावा कर रहे हैं कि बेटा उनका है। मामला बिगड़ते देख सी.एम.ओ. ने पुलिस को सूचना दी। दोनों नवजातों को अस्पताल में ही रखा गया है। शुक्रवार को मां और बच्चों का डी.एन.ए. करवाया जाएगा।
यह है मामला
चमकौर साहब के गांव रुड़की निवासी परविंदर सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी गोल्डी रानी का इलाज डा. कमलप्रीत के पास इसी अस्पताल में चल रहा था। उसकी पत्नी ने वीरवार दोपहर बाद 3.17 बजे बच्चे को जन्म दिया। दाई सुरिंदर कौर ने बताया कि उनके यहां बेटे का जन्म हुआ है। आधे घंटे बाद उन्हें बताया गया कि गोल्डी रानी के नहीं बल्कि साथ वाले बैड पर जो औरत भर्ती थी, उसको बेटा हुआ था। इतना कहते हुए उन्हें नवजात बच्ची थमा दी गई।
इसी तरह दूसरी महिला संदीप कौर के पति गुरमीत सिंह ने बताया कि उसकी पत्नी का इलाज डा. सोनिया गुलाटी के पास चल रहा था। उसकी पत्नी ने 3.34 बजे बच्चे को जन्म दिया था। स्टाफ ने बताया कि उनके (लड़की) पैदा हुई है लेकिन कुछ देर बाद स्टाफ ने उन्हें लड़का थमाते हुए कहा कि गलती से उन्होंने लड़का दूसरी महिला को थमा दिया था।
ऐसे हुआ खुलासा
संदीप कौर के पति गुरमीत सिंह ने बताया कि वह आधार कार्ड लेकर जब अंदर फाइल पर खुद का ब्यौरा दर्ज करवाने लगा तो स्टाफ को गलती का पता चला। उसके जन्मे बच्चे के फुटप्रिंट के निशान के मुताबिक उसके यहां लड़का पैदा हुआ था। डाक्टरों समेत बाकी स्टाफ को जब इसकी भनक लगी तो शोर मचने पर डाक्टरों के कहने के अनुसार दाई की गलती सुधारने के लिए उन्होंने दोनों परिवारों के नवजात बदल दिए। वहीं इस मामले में सी.एम.ओ. डा. सुरिंदर सिंह ने बताया कि दाई की गलतफहमी के कारण यह सब हुआ है। नवजातों के परिजनों की पहचान के लिए शुक्रवार को डी.एन.ए. टैस्ट किया जाएगा।