ट्रिब्यून चौक फ्लाईओवर: मेन वर्क का टैंडर मई में
चंडीगढ़ के पहले फ्लाईओवर के मेन वर्क को प्रशासन मई में अलॉट करेगा, लेकिन प्रशासन ने स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सीवर और वाटर लाइन को शिफ्ट करने और बिछाने का टैंडर जारी कर दिया है। पहले भी प्रशासन ने इसका टैंडर जारी किया था, लेकिन चुनाव आचार संहिता के चलते प्रशासन ने इस टैंडर को होल्ड कर लिया था।
इलैक्शन कमीशन को परमिशन के लिए इस टैंडर को भेजा गया था और अब परमिशन मिलते ही प्रशासन ने वैबसाइट पर इसे अपलोड कर दिया है, जबकि पहले इसे हटा लिया गया था। पिछले वर्ष ही मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे ने डी.पी.आर. को मंजूरी दी थी और इसी मंजूरी से ट्रिब्यून चौक पर फ्लाईओवर बनने का रास्ता साफ हुआ था। प्रशासन इसके लिए ही पिछले काफी समय से इंतजार कर रहा था।
आचार संहिता के कारण होल्ड करना पड़ा था
सुपरिंटैंडिंग इंजीनियर सी.बी. ओझा ने बताया कि इलैक्शन कमीशन की परमिशन के बाद स्टॉर्म और वाटर लाइन शिफ्ट करने के टैंडर को उन्होंने निकाल दिया है, क्योंकि इससे पहले उन्हें आचार संहिता लगने के चलते ये टैंडर होल्ड करना पड़ा था।
उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि इसी माह इसका टैंडर अलॉट कर दिया जाएगा और चार माह में इस काम को कंप्लीट किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वहीं फ्लाईओवर के मेन वर्क के लिए मई में काम अलॉट कर दिया जाएगा। दोनों काम साथ-साथ भी हो सकेंगे, लेकिन स्टॉर्म वाटर का काम पहले खत्म करके विभाग हैंडओवर कर देगा।
पहले लग गया था आब्जैक्शन
पहले डी.पी.आर. जो यू.टी. प्रशासन ने तैयार की थी। उस पर मिनिस्ट्री ने आब्जैक्शन लगा दी थी। सबसे बड़ी आब्जैक्शन फ्लाईओवर की लंबाई को लेकर थी। जिस वजह से कंस्ट्रक्शन कोस्ट भी कहीं ज्यादा आ रही थी। अब इसकी लंबाई को 6.5 किलोमीटर से घटाकर 1.6 किलोमीटर कर दिया गया है।
जो रेलवे ओवरब्रिज से स्टार्ट होकर गवर्नमैंट मैडीकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल सैक्टर-32 तक जाएगा। ट्रिब्यून चौक पर अंडरपास भी बनाया जाएगा। यहां तक कि इस पूरे प्रोजैक्ट पर खर्च को भी 390 करोड़ रुपए से घटाकर 184 करोड़ रुपए कर दिया गया है।
इससे पहले डी.पी.आर. में हल्लोमाजरा चौक पर अंडरपास और ट्रिब्यून राउंड अबाउट पर एलिवेटेड कोरिडोर और एलिवेटेड रोटरी बनाने का प्लान भी था। जिसे रिवाइज्ड डी.पी.आर. में हटा दिया गया था।
सर्वे भी हुआ था
यू.टी. बाउंड्री से हल्लोमाजरा लाइट प्वाइंट, इंडस्ट्रियल एरिया राउंड अबाउट से लेकर ट्रिब्यून राउंड अबाउट तक दिन और रात को निकलने वाले ट्रैफिक का स्तूप कंसल्टेंसी कंपनी ने सर्वे भी किया था। इस पर सुबह 9 से 10 और दोपहर एक से ढाई बजे तक पीक ऑवर में निकलने वाले चौपहिया वाहन, बस, ट्रक, कार, टैंपो, टू व्हीलर और साइकिल की संख्या का पता लगाया गया था।
यहां फ्लाई ओवर बनाया जा सकता है या नहीं, इसके लिए जमीन की मिट्टी के सैंपल चैक किए गए थे। पानी का लैवल चैक किया गया। ट्रिब्यून राउंड अबाउट से जीरकपुर साइड हर घंटे में 15 हजार व्हीकल निकल रहे हैं। यह जानकारी स्तूप कंसल्टैंट कंपनी के प्रतिनिधि ने प्रशासन को दी थी।