जहां रविवार को फ्रैंच आर्किटैक्ट पियरे जैनरे की 50वीं डैथ एनिवर्सरी पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे थे वहीं, इससे ठीक एक दिन पहले 2 दिसम्बर को विदेशों में उनके द्वारा डिजाइन किए गए फर्नीचर की ऑक्शन की जा रही थी। ऑक्शन तो होती रहती है लेकिन इस ऑक्शन की शहर के लोगों द्वारा इसलिए आलोचना की जा रही है कि नीलामी में जो फर्नीचर रखा गया वे किसी समय चंडीगढ़ के विभिन्न सरकारी विभागों
की शोभा बढ़ाता था।
यह ऑक्शन यू.एस.ए. के ओक पार्क में हुई थी, जिसमें पियरे जैनरे द्वारा डिजाइन किए गए 7 फर्नीचर आइटम्स को रखा गया था। ऑक्शन में ये फर्नीचर करीब 18 लाख रुपए का बिका। ऑक्शन से यह साबित हो गया कि जैनरे के चंडीगढ़ में दिए गए योगदान की चंडीगढ़ प्रशासन को कोई फिक्र नहीं है, क्योंकि जो फर्नीचर यू.एस.ए. में निलाम किए गए वे किसी समय में पंजाब यूनिवर्सिटी सहित प्रशासन के ही कई अन्य विभागों में थे।
हर सामान में मिलेगी हिंदी कैप्शन :
ली काबूजिए और पियरे जैनरे के बारे में उन लोगों को अभी तक कम ही जानकारी है जिन्हें अंग्रेजी भाषा की जानकारी कम है, जिसका समाधान भी निकाल लिया है। रविवार से ही ली कार्बुजिए सैंटर सैक्टर-19 में सभी सामान पर अंग्रेजी के साथ ही हिंदी कैप्शन भी देखने को मिले। अब जल्द ही सैक्टर-5 स्थित जैनरे म्यूजियम में रखे सामान पर भी इसी तरह से हिंदी में कैप्शन लगाए जाएंगे, जिससे शहर की प्लानिंग के बारे में भी आसानी से जानकारी मिल सके।
इसके अलावा रविवार को ली कार्बुजिए सैंटर और जैनरे हाउस दोनों जगह के लिए गाइडेड टूअर भी करवाए गए और कॉलेज ऑफ आर्किटैक्टर में भी स्टूडैंट्स द्वारा चंडीगढ़ को लेकर तैयार किए गए फोटोग्राफ्स और मॉडल को लेकर एग्जीबिशन करवाई गई। यही नहीं, क्रिस्टियन किरोनी की माय होम इज ए ली कार्बुजिए नाम की एग्जिबिशन रविवार को लगाई गई।
ये फर्नीचर बिका
फर्नीचर प्राइस (डॉलर्स में)
ऑफिस केन चेयर 2000
राईटिंग चेयर 2500
आर्मचेयर 6000
ऑफिस केन चेयर 4000
ईजी आर्मचेयर 6000
आर्म चेयर 4000
ईजी आर्मचेयर 3500