2 दिन तक बैंकों में कोई कामकाज नहीं होगा क्योंकि 10 लाख बैंक कर्मचारी 30 व 31 मई को पूर्ण हड़ताल करेंगे। इस दौरान शहर की 360 और जिले की 800 शाखाओं में कामकाज पूर्ण रूप से ठप्प रहेगा। बैंकों की हड़ताल से जहां करोड़ों रुपए की नकदी और चैक लेन-देन प्रभावित होगा वहीं दूसरी तरफ आम जनता को अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए ए.टी.एम. पर भी निर्भर रहना पड़ सकता है।
इस संबंधी यूनाइटिड फोरम आफ बैंक यूनियन के कन्वीनर अमृत लाल ने बताया कि विभिन्न बैंकों के सैंकड़ों अधिकारियों व कर्मचारियों ने पी.एन.बी. सिविल लाइंस के सामने वेतन वृद्धि की मांग को लेकर रोष-प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि बैंक कर्मचारियों की वेज रिवीजन 1 नवम्बर, 2017 से ड्यू है। 5 मई, 2018 को मुंबई में आयोजित मीटिंग के दौरान आई.बी.आई. द्वारा केवल 2 प्रतिशत वेज बिल में वृद्धि का प्रस्ताव रखा गया। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन की तरफ से स्केल 4 से स्केल 7 की वेज रिवीजन की मांग रखी गई है। रोष-प्रदर्शन के दौरान अन्य के अलावा आर.के. गुप्ता, जे.एस. मांगट, एस.पी.एस. विर्क, बलजीत कौर, आर.के. धवन, दिलीप कुमार शर्मा, के.के. पाल आदि उपस्थित थे।