ऐसे हाथ आए आरोपी
दो युवक पाकिस्तान से करोड़ों की ड्रग्स लेकर आए, लेकिन उन्होंने इसे अपने ही शरीर में ऐसी जगह छिपाया था, देखकर बीएसएफ की आंखें खुली रह गईं। पंजाब के लुधियाना में एसटीएफ ने दो तस्करों को बुधवार रात नाकाबंदी के दौरान चंडीगढ़ रोड स्थित सेक्टर 39 के पास से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से पांच किलो हेरोइन बरामद की है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत 25 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी अमेरिका में रह चुके है और वहां पर भी नशा तस्करी के आरोप में सजा काट चुके है। दोनों वहां से डिपोर्ट कर भारत भेजे गए थे। आरोपियों का साथी राजा कंदोला कपूरथला जेल में बंद है जो जेल से ही नशा तस्करी का धंधा चला रहा था।
पुलिस ने गोराहा के गांव मंसूरपुर के पलविंदर सिंह सिद्धू उर्फ पाला, गांव बडाला निवासी रविंदर सिंह उर्फ रवि और शहीद भगत सिंह नगर स्थित गांव हप्पोवाल के रहने वाले कपूरथला जेल में बंद रंजीत सिंह उर्फ राजा कंदोला के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। गिरफ्तार आरोपी पाला और रवि को वीरवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से दोनों को तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। पुलिस आरोपी राजा कंदोला को भी जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाने की तैयारी में जुट गई है।
ऐसे हाथ आए आरोपी
एसटीएफ के एआईजी स्नेहदीप शर्मा ने बताया कि उनकी टीम ने सेक्टर 39 के पास नाकाबंदी कर रखी थी। इसी दौरान सूचना मिली कि आरोपी एक स्विफ्ट कार में जा रहे हैं और उनके पास काफी मात्रा में नशीला पदार्थ है। दोनों नशीला पदार्थ सप्लाई करने के लिए जा रहे है। पुलिस ने आरोपियों को नाकाबंदी के दौरान गिरफ्तार कर लिया।
कपड़े की बनाई बेल्ट में छिपा रखी थी हेरोइन
आरोपियों ने पुलिस को चकमा देने की पूरी प्लानिंग तैयार कर रखी थी। आरोपियों ने एक कपड़े की बेल्ट बनवाई और उसी में हेरोइन रखकर उसे अपने पेट के साथ बांध लिया। पुलिस को पुख्ता जानकारी होने के कारण आरोपी मात नहीं दे सके। जब पुलिस ने आरोपियों की तलाशी ली तो उनके पेट पर बंधी बेल्ट उतरवाई गई और दोनों के कब्जे से ढाई-ढाई किलो हेरोइन बरामद की गई।
अमेरिका में भी काट चुके है सजा
एआईजी स्नेहदीप शर्मा ने कहा कि आरोपी पलविंदरजीत सिंह उर्फ पाला 12वीं कक्षा तक पढ़ा है। वह 1997 में अमेरिका की ओरेगन स्टेट चला गया था। वहां पर आरोपी ट्रक चलाया करता था। इसके बाद उसने नशा तस्करी का धंधा शुरू कर दिया। 2009 में आरोपी को नशा तस्करी के आरोप में अमेरिका की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी के कब्जे से दो किलो कोकीन बरामद हुई थी। वहां की अदालत ने उसे चार साल की सजा सुनाई थी। 2012 में आरोपी को अमेरिका प्रशासन ने डिपोर्ट कर भारत भेज दिया गया। इसी तरह आठवीं तक पढ़ा रविंदर सिंह उर्फ रवि 1994 में अमेरिका चला गया था और वहां ट्रक चलाता था।
2003 में वेलीगम स्टेट वाशिंगटन में उसे 14 किलो नशीले पदार्थ के साथ गिरफ्तार किया गया। एक सप्ताह बाद वह जमानत पर बाहर आ गया। जमानत पर बाहर आने के एक महीने बाद वेलीगम पुलिस की तरफ से ही उसे 19 किलो कोकीन के साथ गिरफ्तार किया गया। 2008 तक सजा भुगत कर वह जेल से बाहर आया और अमेरिका प्रशासन ने उसे डिपोर्ट कर भारत भेज दिया।