कनाडा सहित कई देशों में भारतीय राजनीतिज्ञ व शासकों पर गुरुद्वारों में प्रवेश पर रोक लगाने के बाद अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चरमपंथी सिख संगठन खालिस्तान के मुद्दे पर 16 देशों के सिख संगठन एकजुट हो गए हैं। जानकारी अनुसार बेअंत सिंह हत्याकांड में जेल में बंद और सरबत खालसा द्वारा घोषित अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार जगदार सिंह हवारा के निर्देशों पर 3 व 4 मार्च को यू.के. के बर्मिघम में हुई 2 दिवसीय विश्व सिख कॉन्फ्रैंस में वक्ताओं ने खालिस्तान का खुलकर समर्थन किया है। इसमें अलग-अलग देशों की गुरुद्वारा कमेटियों के प्रतिनिधि भी शामिल थे।
पंजाब से मानवाधिकार संगठन से संबंधित चंडीगढ़ के एडवोकेट अमर सिंह चाहल कॉन्फ्रैंस में शामिल हुए तथा दल खालसा अध्यक्ष हरपाल सिंह चीमा के अलावा दमदमी टकसाल व अन्य कई सिख संगठनों द्वारा कॉन्फ्रैंस के समर्थन में अपने संदेश पत्र के माध्यम से भेजे गए। सिख मुद्दों पर अभियान के लिए विश्व सिख संसद बनाने पर सहमति व्यक्त करते हुए पंजाब के लिए भी 15 सदस्यीय कमेटी गठित करने का फैसला लिया गया है।