चंडीगढ़ के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से विश्व के सभी तरह के बड़े विमान आने वाले दिनों में उड़ान भर सकेंगे। इसके लिए एयरपोर्ट के रनवे का विस्तार किया जा रहा है।
जेएनएन, चंडीगढ़। अब चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से दुनिया का हर बड़ा जहाज उड़ान भर सकेगा। देश में दिल्ली व मुंबई के बाद तीसरा ऐसा हाईटेक एयरपोर्ट होगा जहां से एयरबस-340 और बोइंग-777 जैसे बड़े जहाज भी उड़ान भर सकेंगे। इसका डिजाइन रूड़की आइआइटी ने किया।
इसके लिए चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रनवे को 12500 फीट करने का फैसला किया गया है। इसकी चौड़ाई का भी विस्तार किया जा रहा है। इसके लिए नवंबर तक का समय दिया गया है। इससे पहले चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का रनवे 9000 फीट का था। उस कारण बड़े जहाज उड़ान नहीं भर सकते थे। इसी कारण यहां से यूरोप, अमेरिका, न्यूजीलैंड और आस्ट्रेलिया के लिए कोई फ्लाइट शुरू नहीं हो पाई। इन जहाजों को उड़ान भरने के लिए 10400 फीट की लंबाई जरूरी होती है।
425 करोड़ का प्रोजेक्ट
3 बीआरडी में एयर कमोडोर एस श्रीनिवासन ने कहा, एयरपोर्ट को ऑपरेशनल कंडीशन में रखकर हमने एयरपोर्ट का निर्माण किया है। उस वजह से इसके बजट में 100 गुना का इजाफा हुआ। अगर हम एयरपोर्ट को पूरी तरह से बंद कर विस्तार करते तो इसमें छह महीने का समय लगता और इसकी लागत लगभग 220 करोड़ रुपये होती। एयरपोर्ट को ऑपरेशनल रखते हुए रनवे के विस्तार के कारण 425 करोड़ रुपये लागत आई।
पुराना एयरपोर्ट होगा आर्मी ऑपरेशन के लिए इस्तेमाल
एयर कमोडोर एस श्रीनिवासन ने कहा कि पुराना एयरपोर्ट एयरफोर्स की जमीन पर है। एयरफोर्स विमानन मंत्रालय से इस बिल्डिंग को एयरफोर्स को सौंपने की बात कर रहे हैं। इसका भुगतान कर एयरफोर्स अपने इस्तेमाल, मूवमेंट के लिए करेगा।