चंडीगढ़ की 600 केमिस्ट शॉप,
ऑनलाइन दवा की खरीद और ई पोर्टल के विरोध में चंडीगढ़ की करीब 600 केमिस्ट शॉप आज बंद रहेंगी। मरीजों को दिक्कत न आए, इसलिए हॉस्पिटल के अंदर की दुकानें खुली रहेंगी। केमिस्ट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट विजय आनंद ने बताया कि केंद्र सरकार दवा कारोबारियों का शोषण कर रही है।
ड्रग पोर्टल पर दवा निर्माता, सीएनएफ एजेंट, स्टॉकिस्ट को पंजीकरण कराना होगा। बिना रजिस्ट्रेशन दवा बिक्री की इजाजत नहीं होगी। फुटकर दवा विक्रेताओं को डॉक्टर के पर्चे को वेबसाइट पर अपलोड करना होगा, तभी वह किसी को दवा दे सकेंगे। दवाओं का बिल भी अपलोड करना होगा। थोक कारोबारियों को इनवाइस अपलोड करनी होगी।
ये नियम पूरी तरह से औचित्यहीन हैं। सरकार के इन नियमों में कई खामियां हैं। सरकार बिना फार्मासिस्ट दवा बेचने पर रोक लगा रही है, जबकि अवैध तरीके से ऑनलाइन दवा बिक्री पर कोई रोक नहीं है। ड्रग लाइसेंस के नवीनीकरण शुल्क को तीन हजार से बढ़ाकर 30 हजार रुपये करने का प्रस्ताव ला रही है। फार्मासिस्ट की बाध्यता से दवा व्यापार को बंद करने की साजिश चल रही है। 1995 से केंद्र सरकार ने दवा व्यापारियों का लाभ नहीं बढ़ाया है। ये हड़ताल पूरे देश में हैं। मंगलवार को दवा व्यापारी सेक्टर 15 में इकट़्ठा होकर विरोध जताएंगे। इस मौके पर उपाध्यक्ष अंकुश ग्रोवर, सचिव विनय जैन सहित कई लोग मौजूद रहे।