चंडीगढ़ पुलिस के आला अफसरों के नेतृत्व में गुप्त तरीके
यूटी सचिवालय को धमकी भरा पत्र मिलने के बाद से प्रशासन व पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। संबंधित अधिकारियों की शिकायत पर चंडीगढ़ पुलिस के आला अफसरों के नेतृत्व में गुप्त तरीके से इसकी जांच शुरू हो चुकी है।
सूत्रों के अनुसार 10 दिन पहले यूटी सचिवालय की सुरक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करने की धमकी मिली थी। इसके बाद विभाग के आला अधिकारियों ने इसकी शिकायत यूटी पुलिस को दी। हालांकि इस मामले पर अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं। एडवाइजर परिमल राय ने खुद संज्ञान लेकर यूटी सचिवालय की सुरक्षा व्यवस्था को चाक चौबंद करने के लिए फेरबदल शुरू करवा दिया है।
धमकी भरा पत्र मिलने के बाद परिमल राय ने डीजीपी चंडीगढ़ को पत्र लिखकर सचिवालय की सुरक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से पुख्ता करने के निर्देश दिए। साथ ही सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाने की बात कही थी। इसके बाद अब सेक्टर-9 स्थित यूटी सचिवालय के मुख्य गेट पर अब वाहनों की सघन जांच के लिए इलेक्ट्रानिक यंत्र लगाए जा रहे हैं। यूटी इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने बताया कि मुंबई की एक प्राइवेट कंपनी को इस काम के लिए 38 लाख रुपये का टेंडर अलॉट किया गया है। कंपनी अगले 15 से 20 दिनों में क्रै श रेटेड बूम बैरियर लगाने का काम पूरा कर देगी।
टैग रीड होने पर ही खुलेंगे बैरियर :
सचिवालय आने जाने वाली गाड़ियों पर अब आरआईएफडी टैग लगाए जाएंगे, जिन वाहनों पर आरआईएफडी टैग लगा होगा, केवल उन्हीं गाड़ियाें को यूटी सचिवालय में प्रवेश मिल सकेगा। क्रैश रेटेड बूम बैरियर पर लगे रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफि केशन डिवाइस के जरिए गाड़ियों पर लगे स्टीकरनुमा टैग की चेकिंग की जाएगी। ये बैरियर स्वत: खुलेंगे और बंद होंगे।
यूटी सचिवालय में तैयार होगा कंट्रोल रूम
इस आधुनिक सुरक्षा प्रणाली को ऑपरेट करने के लिए यूटी सचिवालय के अंदर ही एक कंट्रोल रूम तैयार किया जाएगा। कंट्रोल रूम में 24 घंटे एक पुलिस कर्मचारी और एक ऑपरेशन सेल का अधिकारी मौजूद रहेगा। जोकि इस व्यवस्था को नियंत्रित करेंगे।