जो लोग भारत में निर्मित सोलर पैनल की बजाय चीन या अन्य किसी और देश के सोलर पैनल का इस्तेमाल करेंगे, उन्हें जेल की हवा खानी पड़ेगी। सस्ते के चक्कर में भारत की बजाय चीन व अन्य देशों के सोलर पैनलों का प्रयोग बहुत अधिक मात्रा में किया जा रहा है, जिसके चलते भारत में सोलर पैनल व्यवसाय को बड़ा झटका लग रहा है।
इस मनमानी को रोकने के लिए सरकार ने कड़े आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों के तहत यदि कोई भारत में निर्मित सोलर पैनल की जगह चीन या किसी अन्य देश से इंपोर्ट किए गए सोलर पैनल का इस्तेमाल करेगा तो उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत मामला दर्ज करके उन्हें जेल भेज दिया जाएगा।
पॉलिसी के गलत इस्तेमाल की शिकायत यदि सही पाई जाती है कि जिन प्रोजेक्ट्स में डोमेस्टिक कंटेंट का इस्तेमाल जरूरी होने के बावजूद यदि वहां वहां इंपोर्टेड कंटेंट का इस्तेमाल किया जा रहा है तो उस प्रोजेक्ट के डेवलपर्स पर कार्रवाई की जाएगी। उसके तहत मामला दर्ज करने के अलावा अन्य क्रिमिनल केस भी दर्ज किए जाएंगे। इसके अलावा डेवलपर को 10 साल के लिए ब्लैक लिस्ट किया जा सकता है। कंपनी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है। इसके अलावा बैंक गारंटी को जब्त किया जा सकता है।