जिसे सिर्फ यूजर्स को टायलेट इस्तेमाल करके दबाना होगा
अगर आप पब्लिक टायलेट की साफ सफाई से संतुष्ट नहीं हैं तो फीडबैक मशीन पर बटन दबाकर इसका इजहार कर सकते हैं। शहर के सभी पब्लिक टॉयलेट पर इस साल 2 अक्तूबर तक फीडबैक मशीन लग जाएगी।
425 पब्लिक टायलेट पर फीडबैक मशीन लगाने के निर्देश स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 को ध्यान में रखते हुए दिए गए हैं। नगर निगम ने सभी पब्लिक टायलेट में फीडबैक मशीन लगाने की जिम्मेवारी टेलीकम्यूनिकेशन कंसलटेंट इंडिया लिमिटिड (टीसीआईएल) को दिया है।
इस मशीन में संतुष्ट और असंतुष्ट का अलग अलग बटन होगा जिसे सिर्फ यूजर्स को टायलेट इस्तेमाल करके दबाना होगा। लोगों की फीडबैक को स्वच्छ सर्वेक्षण में आंका भी जाएगा। मालूम हो कि इस साल चंडीगढ़ स्वच्छ सर्वेक्षण में लोगों की फीडबैक के कारण ही दूसरे से 11 वें नंबर पर पहुंचा था।
शहरी विकास मंत्रालय की ओर से जो चंडीगढ़ नगर निगम को गाइडलाइन आई है उसके अनुसार शहर के सभी निजी अस्पताल, सिनेमा हॉल, माल, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, नर्सिंग होम, सरकारी, निजी कार्यालय, जिला अदालत और पब्लिक से जुड़े हुए स्थान जहां पर भी पब्लिक टायलेट है उनके रखरखाव और सफाई वहां पर सही तरीके से हो इसकी जिम्मेवारी अब नगर निगम के पास आ गई है। इन टायलेट्स को चेक करने के लिए क्वालिटी काउंसिल आफ इंडिया भी जांचने के लिए शहर में आएगी।
चेक करने की जिम्मेवारी जेई और एसडीओ पर
सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर एनपी शर्मा ने शहर के सभी वार्डों में हर तरह के पब्लिक टायलेट को चेक करने की जिम्मेवारी के लिए जेई, एसडीओ और कार्यकारी अभियंता की जिम्मेवारी लगा दी है। यहां पर सभी सरकारी और निजी पब्लिक टायलेट की सही तरीके से सफाई हो इसको करवाने की जिम्मेवारी इन अधिकारियों की होगी।
शहर में पानी के मीटर चेक करने वाले जेई को यह जिम्मेवारी दी गई है। एसई की ओर से जेई, एसडीओ और कार्यकारी अभियंता को लगाने के लिए निर्देश जारी किए हैं उसमें कहा गया है कि सभी टायलेट में साइन बोर्ड के अलावा लाग बुक भी लगाई जाएगी।