बहुचर्चित नाभा जेल ब्रेक मामले में आरोपी खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स के प्रमुख आतंकी हरमिंदर सिंह मिंटू की जेल में मौत हो गई है। बुधवार शाम पटियाला की सेंट्रल जेल में दिल का दौरा पड़ा। उसे तुरंत सरकारी राजिंदरा अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन वहां पहुंचते ही डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
जेल सुपरिंटेंडेंट राजन कपूर ने कहा कि मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है, लेकिन पक्के तौर पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही कुछ कहा जा सकेगा। जेल सुपरिंटेंडेंट ने बताया कि मिंटू हार्ट पेशेंट था और उसके दिल का आपरेशन भी हो चुका था।
अचानक बुधवार शाम करीब सवा चार बजे उसे दिल का दौरा पड़ा। तुरंत उसे सरकारी राजिंदरा अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है, लेकिन फिर भी पक्के तौर पर पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही कुछ कहा जा सकेगा।
दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया था
जेल सुपरिंटेंडेंट ने बताया कि मिंटू गांव ढली थाना भोगपुर जिला जालंधर का रहने वाला था। मिंटू के परिवार वालों को उसकी मौत की सूचना दे दी गई है। उधर मिंटू के शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम होने के बाद शव वारिसों के हवाले कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि 28 नवंबर 2016 को नाभा की मैक्सिमम सिक्योरिटी जेल में पुलिस वर्दियों में दाखिल हुए अपराधियों ने जिन छह कैदियों को जेल से भगाया था, उनमें हरमिंदर सिंह मिंटू भी शामिल था। लेकिन मिंटू को पुलिस ने वारदात के अगले ही दिन 29 नवंबर 2017 को सुबह दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया था।
उस समय वह मुंबई में पनवेल के लिए रवाना होने के लिए गाड़ी का इंतजार कर रहा था। इससे पहले खाडकूवाद से संबंधित कई मामलों में वांटेड मिंटू को मलयेशिया से भारत लाया गया था, जिसके बाद से मिंटू नाभा जेल में बंद था।