जी हां अगर एक शोध की मानें तो स्मार्टफोन आपके बच्चों की सेहत पर सीधा असर डालते हुए उनकी उंगलियों की नसों को कमजोर कर रहे है।
हो रहा बड़ा नुकसान
भले ही आपको लगता हो कि स्मार्टफोन ने आपकी जिंदगी आसान कर दी है, पर हाल में सामने आये एक शोध की माने तो ये आधुनिक तकनीक आपके बच्चों के लिए बेहद खतरनाक है। इसका सीधा असर उनके मानसिक ही नहीं शारीरिक विकास पर पड़ रहा है। ब्रिटेन में में हुए एक शोध में पता चला है कि बच्चों के लिए टचस्क्रीन वाले फोन बहुत ही नुकसानदायक हैं। शोधकर्ताओं ने पाया कि इससे बच्चों की अंगुलियों की मांसपेशियां कमजोर होती हैं और वे पेन या पेंसिल पकड़ने में दिक्कत अनुभव करते हैं।
समस्या झेल रहे हैं स्कूली बच्चे
ये शोध ब्रिटेन के हार्ट ऑफ इंग्लैंड फाउंडेशन के विशेषज्ञों ने की है। इस बारे में जानकारी देते हुए बालरोग विशेषज्ञों ने बताया है कि आजकल स्कूल आने वाले बच्चे अक्सर हाथों की समस्या का सामना कर रहे हैं। उन्हें पेंसिल और पेन पकड़ने में परेशानी हो रहीहै, जबकि अब से 10 साल पहले ऐसा नहीं था। शोध से पता चला कि बच्चों की पकड़ कमजोर हो रही है जिससे उनके लिखने और चित्रकला जैसे हुनर भी प्रभावित हो रहे हैं।
अभिवावकों देना होगा ध्यान
शोधकर्ताओं का कहना है कि अभिवावककों को कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना होगा क्योंकि उनकी मदद के बिना इसे रोकना संभव नहीं है। उन्हें बजाय फोन पर अपने बच्चों को व्यस्त छोड़ने के खुद को उनके साथ जोड़ना होगा और उन्हें ब्लॉक बनाने, खिलौने खेलने या रस्सियां खींचने जैसे खेल बच्चों के साथ खेलने होंगे, जिससे उनकी मांसपेशियां मजबूत बनें। बच्चों को चित्रकला के लिए भी प्रोत्साहित करें इससे उनकी रचनात्मकता तो बढ़ेगी ही साथ ही वो स्वस्थ रहेंगे। शोधकर्ताओं की सलाह है कि स्मार्टफोन और टचस्क्रीन के इस्तेमाल से बच्चों की मांसपेशियों में कम उम्र में ही अकड़न आने लगती है, जिससे पेन या पेंसिल लंबे समय तक पकड़ने में परेशानी और दर्द का अनुभव करते हैं। इस नकारात्मक प्रभाव को दूर करने के लिए उनको इन चीजों से दूर रखना होगा।