एक जूलरी ब्रांड के लिए अपनी बेटी श्वेता नंदा संग किया गया अमिताभ बच्चन का विज्ञापन कड़े विरोध के चलते वापस ले लिया गया है और ब्रांड ने इसके लिए माफ़ी भी मांगी है ।
करीब पांच दिन पहले इस एड को एयर किया गया था अमिताभ बच्चन और उनकी बेटी श्वेता बैंक में अपने पेंशन खाते में आए अतिरिक्त धन को अपने पास रखना नहीं चाहते हैं और इसी उद्देश्य से वह अपनी बेटी के साथ एक बैंक की शाखा में उस अतिरिक्त धन को वापस करने जाते हैं। इस प्रक्रिया में बैंक कर्मचारियों के साथ उनक संवाद को थोड़े कड़वे ढंग से दिखाया गया है।
एड में बैंक कर्मचारी जो डायलॉग बोलते हैं वो उससे बैंकिग कर्मचारी नाराज़ हो गए और बैंक प्रणाली को बदनाम करने का आरोप लगाया। कर्मचारी संगठन ने कहा कि इससे ग्राहकों में उनकी कार्यप्रणाली के प्रति अविश्वास पैदा होगा। इस कड़ी प्रतिक्रिया को देखते हुए ब्रांड ने अब इस विज्ञापन को हटा लिया है। ब्रांड की तरफ़ से एक बयान जारी करते हुए कहा गया है कि उनके विज्ञापन से जो भावनाएं आहात हुई हैं उसके लिए वो खेद व्यक्त करते हैं और एड को सभी तरह के प्लेटफॉर्म्स से तत्काल प्रभाव से वापस ले रहे हैं।
बयान में कहा गया है कि हमें इस बात की जानकारी मिली है कि बैंक से जुड़े लोगों की भावना को इस विज्ञापन से ठेस पहुंची है। ये क्रिएटिव एड एक फिक्शन के तहत बनाया गया था न कि किसी बैंक कर्मचारी की कार्यप्रणाली को दिखाने के लिए। देश भर के करोड़ों लोगों सहित हम भी बैकों में काम करने वाले लोगों के इस क्षेत्र में दिए जा रहे योगदान से पूरी तरह परिचित हैं और उसका सम्मान करते हैं। विज्ञापन की वजह से अनजाने में कुछ लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचा है, उनके प्रति हमारी संवेदना है। हम इसे गंभीरता से लेते हैं।
बता दें कि एआईबीओसी के महासचिव सौम्य दत्ता ने इस एड के आने के बाद आरोप लगाया था कि शुद्ध रुप से व्यावसायिक लाभ के लिए विज्ञापन को बेहद ही घृणास्पद और अपमानजनक तरीके से फिल्मांकन किया गया है। उनका उद्देश्य व्यावसायिक लाभ के लिए बैंकिंग प्रणाली में अविश्वास पैदा करना है।