भारी बारिश से एनएच-73 पर बही सड़क, छठ घंटे ट्रैफिक रहा ठप
वीरवार को सुबह से ही पंचकूला, रामगढ़, कोट बिल्ला तक करीब 3 घंटे जमकर बारिश हुई। भारी बरसात के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग-73 पर बिल्ला व रामगढ़ के बीच में पड़ने वाली दो नदियों में पानी का इतना तेज बहाव आया कि एनएचएआई द्वारा बनाए जा रहे पुलों के साथ बनी एक वैकल्पिक सड़क बह गई। जिससे यातायात ठप हो गया।
सड़क बहने के बाद कोट-रामगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। सुबह ग्यारह बजे से शाम पांच बजे तक लगभग छह घंटे लोग जाम में फंसे रहे। इतना ही नहीं जाम में पंचकूला के सेक्टर-6, अस्पताल, चंडीगढ़ जीएमसीएच-32 और व पीजीआई के मरीजों को लेकर जाने वाली कई एंबुलेंस घंटों जाम में फंसीं रहीं। इसके बाद भी रात दस बजे तक रेंग-रेंगकर डायवर्ट रूटों पर वाहन चल रहे थे। सड़क बहने का समाचार मिलते ही पुलिस और प्रशासन के कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। रामगढ़ पुलिस ने पंचकूला से आने वाले यातायात को मुबारिकपुर वाया डेराबस्सी से डायवर्ट किया।
वहीं बरवाला पुलिस ने भी बरवाला बाईपास पर नाका लगाकर यातायात को वाया डेराबस्सी-जीरकपुर से डायवर्ट किया। पांवटा साहिब, नारायणगढ़, यमुनानगर, शाहाबाद की तरफ से आने वाले वाहनों को वाया-डेराबस्सी से निकालना पड़ा। भारी ट्रैफिक होने के कारण बरवाला में टांगरी नदी से लेकर डेराबस्सी मार्ग पर पंजाब सीमा तक लंबा जाम लगा रहा। जाम से निपटने और यातायात को सुचारु करने के लिए बरवाला पुलिस कर्मचारियों पूरा दिन पसीना बहाती रही। ट्रक सड़क किनारे खड़े कर बैठे रहे चालक
एक बस में सवार यात्री मुकेश कुमार, रामकुमार, अमनप्रीत, लक्ष्मी, जसप्रीत कौर, अनीता, कमला, रंजना व अन्य ने बताया कि जाम के कारण उन्हें कई घंटे तक इस भीषण गर्मी में बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा।
उधर, जाम को लेकर बरवाला बाईपास से टांगरी तक ट्रकों की लंबी कतारें लगी रहीं। जिससे ट्रक चालक अपने ट्रक सड़क किनारे खड़े कर बैठे रहे। ट्रक चालक करतार सिंह, भूपिंद्र सिंह मोंटी सैनी व सौदागर सिंह ने बताया कि उन्हें पंचकूला, परमाणू, बद्दी, नालागढ़, शिमला जाना था। लेकिन डेराबस्सी की तरफ रूट डायवर्ट होने से नहीं जा सके। क्योंकि उनके पास पंजाब का परमिट नहीं है। इसलिए पूरा दिन बरवाला में ही रुककर गुजारना पड़ा। उन्हें अपने ट्रकों में लोड सामान का डर भी सताता रहा।
बच्चों के लिए चिंतित रहे परिजन
बरवाला से पंचकूला पढ़ने जाने वाले विद्यार्थियों को भी बड़ी परेशानी हुई। प्राइवेट स्कूलों में पढ़नेे वाले बच्चों के परिजन वीरवार को दोपहर अपने बच्चों के लिए काफी चिंतित दिखे। बरवाला बस स्टैंड पर स्कूलों बसों का लोग इंतजार करते रहे। खबर लिखे जाने तक भी बरवाला बस स्टैंड से वाहनों की लंबी कतारें रेंग-रेंगकर गुजर रही थीं।