‘बिग बॉस सीजन 12’ में पूर्व भारतीय क्रिकेटर श्रीसंथ अपनी किस्मत आजमाने के लिए आए हैं। शो में 2 दिन तक श्रीसंथ थोड़े चुप नजर आए लेकिन उसके बाद वह लोगों की नजर में आने लगे। हाल ही में खान सिस्टर्स सबा और सोमी से झगड़ा भी हुआ लेकिन फिलहाल मामला सुलझ गया है। श्रीसंथ अपनी निजी जिंदगी के बारे में कम ही बात करते हैं लेकिन शो के दौरान पहली बार श्रीसंथ ने अपनी निजी जिंदगी से जुड़ी ऐसी बात बताई जिसे सुनकर वहां मौजूद कंटेस्टेंट भावुक हो गए।
श्रीसंथ बाथरूम एरिया में अनूप जलोटा और कृति वर्मा से बातचीत कर रहे थे। श्रीसंथ और अनूप जलोटा कृति से कह रहे थे कि तुम तो सभी से बात कर रही हो लेकिन तुम्हारी जोड़ीदार रोशमी नहीं। उसको समझाओ कि वह घर के सभी लोगों के साथ घुलेमिले। इस बीच श्रीसंथ अनूप जलोटा और कृति से अपने दिल की बात कहते हैं जिसे सुनकर वह दोनों भावुक हो जाते हैं।
श्रीसंथ संत कहते हैं कि अभी रोशमी यह सोच रही है कि घरवालों ने नॉमिनेट क्यों किया? मैं पिछले 5 साल से यही सोच रहा हूं कि मुझे ग्राउंड में जाने की इजाजत भी नहीं है। अगर मेरा बच्चा बड़े होकर क्रिकेट खेले तो मैं उसके साथ स्कूल के ग्राउंड में भी नहीं जा सकता है। मैं दुनिया के किसी ग्राउंड में भी कभी नहीं जा सकता। ऐसे नियम बनाए गए हैं।
श्रीसंथ कहते हैं – ‘यह सब एक्सपीरियंस है। मुझे बिल्कुल शर्म नहीं है जब मैं भावुक हुआ। मैं क्रिकेट को बहुत मिस करता हूं। इसीलिए मैंने कल प्लास्टिक से बॉल बनाया। मैं इसीलिए भावुक भी हुआ क्योंकि मुझे पता है मैं अंदर से क्रिकेट को कितना मिस करता हूं।’ आपको बता दें, सितंबर 2013 में श्रीसंथ पर स्पॉट फिक्सिंग मामले में आजीवन बैन लगाया गया था। श्रीसंथ मैच फिक्सिंग के मामले में जेल जा चुके हैं।
मैच फिक्सिंग के आरोप के बाद श्रीसंथ डिप्रेशन में रहने लगे। वो शादी नहीं करना चाहते थे। यहां तक कि उन्होंने जिंदगी जीने की इच्छा भी छोड़ दी थी। श्रीसंथ ने एक इंटरव्यू में बताया था- ‘बैन लगने के बाद मैं सोचने लगा था कि मैं फिर से खेलूंगा या नहीं। मैं उस समय अपनी जिंदगी खत्म करने के बारे में सोचने लगा था। मैंने उस समय अपने माता-पिता के बारे में भी सोचा । मुझे लगा कि उनके 3 और बच्चे हैं और मैं नहीं होऊंगा तो भी वो मेरे बगैर रह लेंगे। उस वक्त भुवनेश्वरी के पिता ने मुझे कहा था कि नयन (भुवनेश्वरी) अब भी तुमसे शादी करना चाहती है। फिर मुझे लगा कि मैं उससे शादी किए बिना इस दुनिया को छोड़कर नहीं जा सकता।’