योग दिवस के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने लखनऊ में हजारों लोगों के साथ योग किया
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने लखनऊ में हजारों लोगों के साथ योग किया. उस समय उनके साथ यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और कई बड़े मंत्री व नेता मौजूद थे. यहां पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सभी योग प्रेमियों को लखनऊ की धरती से प्रणाम. स्वस्थ मन के बाद जीने की कला योग से सीखने को मिलती है. लगातार हो रही बारिश को लेकर भी पीएम नरेंद्र मोदी ने चुटकी ली कि बारिश आ जाए तो योग मैट का कैसे प्रयोग हो लोगों ने बता दिया है. लखनऊ में लोगों का प्रयास अभिनंदनीय है. योग दुनिया को जोड़ने का काम कर रहा है. तीन साल में योग सीखाने वाली जगहों की तादाद बढ़ी है. भारत में भी योग को शिक्षा का उपक्रम बनाया गया है.फिटनेस भी ज्यादा वेलनेस का योगदान होता है. योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं. पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि जीवन में नमक नहीं होने से जीवन नहीं चलता. योग को नमक की तरह अपने जीवन का हिस्सा बनाएं. योग जीरो कॉस्ट इंश्योरेंस है. (अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2017 : चीन की दीवार पर भी हुआ योगाभ्यास, Video देखेंगे तो हैरान रह जाएंगे)
पीएम मोदी की कही 7 खास बातें
स्वस्थ मन के बाद जीने की कला योग से सीखने को मिलती है.हमें घंटों योग करने की जरूरत नहीं है. बस 50-60 मिनट योग करने से स्वस्थ शरीर, स्वस्थ मन, स्वस्थ बुद्धि प्राप्त होती है. अगर सवा सौ करोड़ देशवासी इस स्वास्थ्य को प्राप्त कर लें तो दुनिया के सामने जो मानवीय विचारों के संकट पैदा होते हैं, उनसे भी हम मानव जाति की रक्षा कर सकते हैं.
लगातार हो रही बारिश को लेकर भी पीएम नरेंद्र मोदी ने चुटकी ली कि बारिश आ जाए तो योग मैट का कैसे प्रयोग हो लोगों ने बता दिया है.
दुनिया के कई देश जो न हमारी भाषा जानते हैं और न ही परंपरा, वे योग के जरिए हमसे जुड़ रहे हैं
शरीर, मस्तिष्क और आत्मा को जोड़ने वाले योग ने दुनिया को जोड़ने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है
संयुक्त राष्ट्र के अंतराष्ट्रीय दिवस को मंजूरी देने के बाद योग के टीचरों की मांग बढ़ने लगी है. विश्व में नया जॉब मार्केट तैयार हो रहा है.
योग से फिट रहने के साथ-साथ खुशी भी मिलती है. इसे अपने जीवन का हिस्सा जरूर बनाएं
नमक होता तो थोड़ा सा है लेकिन पूरे शरीर की रचना में उसका महत्व नकारा नहीं जा सकता. जीवन में नमक ना हो तो जीवन नहीं चलता. जैसा जीवन में नमक का सार है, वैसा ही योग का स्थान हम बना सकते हैं.