अब रात में भी गाड़ियों की रफ्तार पर नजर रखी जा सकेगी। चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस ड्रंक एंड ड्राइव के साथ रात में होने वाली ओवर स्पीडिंग पर पूरी तरह पहरा लगाने जा रही हैं। ताकि ड्रंक एंड ड्राइव और ओवर स्पीड से होने वाले सड़क हादसाें पर रोक लगाई जा सके। एसएसपी ट्रैफिक एंड सिक्योरिटी शशांक आनंद ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस एक डिवाइस खरीदने जा रही है, जिससे घने अंधेरे में भी गाड़ियों की ओवर स्पीड का पता लगाया जा सकेगा। इस डिवाइस का नाम नाइट विजन इनेबल्ड स्पीड गन है।
एसएसपी ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस के पास ओवर स्पीड की चेकिंग के लिए जो डिवाइस है, वह रात के अंधेरे में पूरी तरह कारगर नहीं है। इसलिए अब ट्रैफिक पुलिस एक आधुनिक डिवाइस खरीदने जा रही है, जो रात के अंधेरे में भी ओवर स्पीड चेक करने की क्षमता रखेगी। उन्होंने बताया कि यह डिवाइस रात के घने अंधेरे व कोहरा में भी सड़क पर तेज रफ्तार से आ रही गाड़ियों की स्पीड के साथ-साथ नंबर प्लेट पढ़ने में सक्षम होगा। चाहे गाड़ी कितनी भी स्पीड में हो, यह डिवाइस गाड़ी की स्पीड और नंबर फौरन रिकॉर्ड कर लेगी। इस डिवाइस की मदद से हाईवे पर एक किलोमीटर दूर से ही गाड़ी की स्पीड पता लगाई जा सकती है।
इस हफ्ते कंपनियां देंगी डेमो
एसएसपी ट्रैफिक शशांक आनंद ने बताया कि नाइट विजन इनेबल्ड स्पीड गन का डेमो इसी हफ्ते होगा। डेमो के लिए तीन से चार कंपनियां बुलाई गई हैं। इनमें चंडीगढ़, मोहाली व दिल्ली की कंपनी शामिल हैं। जिस कंपनी का डेमो अच्छा रहेगा, उससे यह डिवाइस खरीदा जाएगा। ट्रैफिक पुलिस ने इसके लिए प्रपोजल बनाकर भेज दिया है।
सड़क हादसों के आंकड़े
ड्रंक एंड ड्राइव के चालान
वर्ष चालान
2011 4,679
2012 4,703
2013 4,789
2014 4,903
2015 4,052
2016 5,033
5 अक्तूबर 2017 4,745
सड़क हादसों के आंकड़े
वर्ष कु ल सड़क हादसे
2011 441
2012 412
2013 409
2014 374
2015 419
2016 432
29-9-2017 209