लोगों के पोस्टमार्टम में खुलासा
25 अगस्त को साध्वी रेप केस में राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद डेराप्रेमियों ने उपद्रव मचाया। इसमें मारे गए लोगों के पोस्टमार्टम में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। दरअसल, हिंसा में अधिकतर मौतें गोली लगने से हुईं। पोस्टमार्टम के दौरान शवों से करीब 50 गोलियां निकाली गईं।
इनमें अधिकतर शरीर के ऊपरी हिस्से (सिर, गले, छाती, कंधे, चेहरे) में लगी हैं। गोलियां इंसास और एसएलआर रायफल की हैं। इंसास रायफल अर्धसैनिक बल और एसएलआर हरियाणा पुलिस इस्तेमाल करती है। पंचकूला सिविल अस्पताल बरामद बुलेट को फोरेंसिक जांच के लिए मधुबन लैब भेजेगा।
दंगाइयों की तरफ से हमला किए जाने के बाद सुरक्षा बलों ने ये गोलियां चलाईं थीं, ताकि जान माल का नुकसान रोका जा सके। वहीं उग्र भीड़ ने हैफेड और सेक्टर-तीन में हाथों में हथियार, पेट्रोल बम और केमिकल पाउडर लेकर हिंसा और आगजनी की।
इस दौरान सुरक्षा कर्मियों ने हवाई फायरिंग कर उन्हें रोकने की कोशिश की। जब सब्र का बांध टूट गया और दंगाइयों ने पुलिस और मीडिया कर्मियों को निशाना बनाना शुरू कर दिया। डेरा समर्थकों में कई ऐसे भी थे, जिनके परिजनों को बस इतना मालूम था कि पंचकूला में संगत जा रही है।