वारदातों ने चंडीगढ़ पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए
यूटी पुलिस का स्लोगन है-वी केयर फॉर यू। लेकिन वास्तव में ऐसा कुछ दिखता नहीं है। दो वारदातों ने चंडीगढ़ पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पहली वारदात रविवार देर रात साढ़े 12 बजे हुई।
मनीमाजरा थाना परिसर में बुजुर्ग को तीन युवकों ने इतनी बुरी तरह से पीटा कि उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जबकि पुलिस तमाशा देखती रही। दूसरी वारदात सोमवार सुबह सात बजे हुई। इसमें पुलिस नशे में धुत रईसजादों के रौब में बेबस नजर आई। वे चौकी में उत्पात मचाते रहे और चौकी इंचार्ज चलते बने। सवाल यह है कि यदि पुलिस इसी तरह से ड्यूटी करेगी तो कौन थानों की चौखट पर इंसाफ मांगने आएगा।
दरअसल, थाने के पीछे सब्जी मंडी में रेहड़ी लगाने वाले सुखलाल (85) की रविवार रात साढ़े 12 बजे पीट- पीटकर हत्या कर दी गई। मृतक सुखलाल के भाई छतरपाल का कहना कि तीन आरोपियों ने पुलिस वालों के सामने थाने में ही सुखलाल को बुरी तरह से पीटा, जिससे उसकी वहीं मौत हो गई। जबकि पुलिस ने एक ही आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार किया है। उधर, पीड़ित परिवार ने तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराने की मांग को लेकर विरोध जताया और 14 घंटे तक शव का पोस्टमार्टम नहीं होने दिया। बाद में पुलिस ने जैसे तैसे समझाकर पोस्टमार्टम कराया।