पाकिस्तान की गोलाबारी में शहीद हुए जवान परगट सिंह का रविवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से शहीद को अंतिम विदाई दी। शहीद के पांच साल के बेटे ने सेना की वर्दी पहनकर मुखाग्नि दी। इस दौरान लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए।
शहीद पगट सिंह के पिता रतन सिंह और माता सुखविंदर कौर ने कहा कि उन्हें बेटे की शहादत पर नाज है, लेकिन ऐसा कब तक होता रहेगा? बिलखते हुए उन्होंने कहा कि मोदी साहब, आखिर कब तक मांएं अपने बेटों को खोती रहेंगी।
देश के जवान किसी भी कीमत पर शहीद नहीं होने चाहिए, मरने तो आतंकवादी चाहिए। माता-पिता ने रुंधे गले से कहा कि समय आ गया है कि पाकिस्तान को सबक सिखाया जाए। सरकार को कड़ा एक्शन लेना चाहिए। पिता ने कहा कि हमें तब ठंडक मिलेगी जब मेरे बेटे की मौत के बदले सरकार पाक के दस आतंकियों को मार गिराएगी।
सरकार एक्शन लेती तो ऐसे हालात नहीं होते : पत्नी
शहीद परगट सिंह की पत्नी रमनप्रीत कौर ने बिलखते हुए कहा कि उसे पति की शहादत पर गर्व है, लेकिन सरकार कर क्या रही है। हर रोज सीमा पर सैनिक शहीद हो रहे हैं, हर बार पाकिस्तान सीजफायर का उल्लंघन करता है। अगर सरकार कुछ करती तो आज ऐसे हालात नहीं होते। कब तक जवान शहीद होते रहेंगे?
तब ठंडक मिलेगी जब हमारी सरकार पाक के 10 सैनिकों को मार गिराएगी
बेटे परगट सिंह की शहादत पर पिता रत्न सिंह और माता सुखविंद्र कौर ने कहा कि उन्हें बेटे पर नाज है कि वह देश के काम आया। बिलखते हुए उन्होंने कहा कि मोदी साहब, देश के जवान किसी भी कीमत पर शहीद नहीं होने चाहिए, मरने चाहिए तो आतंकवादी। हमने बेटा खोया है, लेकिन आखिर कब तक माएं अपने बेटों को खोती रहेंगी, अब समय आ गया है कि आतंकियों को सबक सिखाया जाए।
दोनों ने एक सुर में कहा कि देश की सरकार को पाकिस्तान के मामले में कड़ा एक्शन लेना चाहिए। हम बेटे के बिना सब्र कर लेंगे, लेकिन किसी और का बेटा इस प्रकार न जाए, इसलिए पाकिस्तानी सेना के खिलाफ कड़ा कदम उठाया जाए। पिता रतन सिंह कहते हैं कि हमें तब ठंडक मिलेगी जब मेरे बेटे की मौत के बदले हमारी सरकार पाक के 10 सैनिकों को मार गिराएगी।